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Kanpur में स्कूल से लौटकर खेलते वक्त दो छात्रों का अपहरण, पांच दिन बाद भी सुराग नहीं

Kanpur News: कानपुर के कल्याणपुर इलाके में 22 अक्टूबर की शाम दो बच्चे खेलते-खेलते अचानक गायब हो गए, जिससे परिवारों में बेचैनी बढ़ गई है। 13 वर्षीय आदर्श और 12 वर्षीय करीम, दोनों अच्छे दोस्त, शाम को साथ निकले थे। देर रात तक घर नहीं लौटे तो परिजनों ने रातभर खोजबीन की और अगले दिन सुबह पुलिस को सूचना दी।  जिसके बाद अपहरण का मामला दर्ज हुआ।

गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने गठित की दो टीमें

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अगले दिन सुबह परिजन कल्याणपुर थाने पहुंचे और घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की गठित दो टीमें पांच किलोमीटर के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। वहीं दर्जन भर लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। दोनों छात्रों के परिजनों ने कुछ लोगों पर अपहरण की आशंका जाहिर की है. जिस पर पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पांच दिन बाद भी छात्रों के गायब होने पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मामला जब सोशल मीडिया पर छाया तो पुलिस सक्रिय होकर छात्रों की तलाश में जुट गई है।

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कक्षा-6 में पढ़ता है 13 वर्शीय आदर्ष

कल्याणपुर के देवी सहाय नगर निवासी ऑटो चालक रवि कुमार का 13 वर्षीय पुत्र आदर्श उर्फ जिगर नरेंद्र सरस्वती इंटर कॉलेज पुराना शिवली रोड में कक्षा 6 का छात्र है। परिवार में पत्नी शशी की एक हादसे में सात साल पहले मौत हो गई थी। बाबा देवी प्रसाद ने बताया कि उनके बेटे रवि ने दूसरी शादी शीला से कर ली। बाबा ने बताया कि आदर्श की बड़ी बहन नैना है। 22 अक्टूबर को पेपर देकर स्कूल से लौटने के बाद घर पहुंचे आदर्श को उन्होंने फोन कर बाइक लेकर आईआईटी गेट बुलाया था। जिस पर वह अपने एक दोस्त अभिनव के साथ वहां पहुंच गया। यहां से उन्होंने सीधे उसे घर जाने के लिए कहा। इसके बाद वह अपने काम से चले गए। देर शाम को जब घर पहुंचे तो पता चला कि वह घर ही नहीं पहुंचा। इस पर सभी को चिंता हुई।

लोअर-टीषर्ट पहन कर घर से निकला था करीम

वहीं आईआईटी सोसाइटी में रहने वाले फोटोग्राफर अंकित सिंह ने बताया कि उनका 12 वर्षीय बेटा करीम उर्फ कृष्णा जवाहर लाल इंटर कॉलेज में कक्षा आठ का छात्र है। परिवार में पत्नी लक्ष्मी, बेटी सोनी, बेटा करीम व अजय हैं। उन्होंने बताया कि 22 अक्टूबर को वह दोपहर में स्कूल से लौटने के बाद घर से लोवर टीशर्ट पहनकर निकला था। बताया कि आदर्श उर्फ जिगर और उनका बेटा करीम उर्फ कृष्णा बहुत अच्छे दोस्त हैं। दोनों अक्सर मौजमस्ती करते हैं और घूमते हैं। उन्होंने बताया कि उसी दिन शाम को करीब 7 बजे दोनों साथ में मिले। इसके बाद दोनों का किसी ने अपहरण कर लिया।

 लोगों से पुलिस ने की पूछताछ

बताया कि मदर टेरेसा स्कूल के पास स्थित एक मंदिर से निकलते हुए दोनों के शाम 7.30 बजे के फुटेज पुलिस को मिले हैं। दोनों के परिजनों ने बताया कि दोनों नानकारी बंबा वाले रास्ते से कहां गए यह पिछले पांच दिन से रहस्य बना हुआ है। दोनों पीड़ित परिवारों ने एक बाबा और युवक पर अपहरण की आशंका जाहिर की है। जिसके बाद पुलिस ने दर्जन भर लोगों को उठाकर पूछताछ की। वहीं आशंका जाहिर करने वाले युवक को पुलिल ने हिरासत में ले लिया है। इस संबंध में कल्याणपुर इंस्पेक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि इस घटना के बाद देवी प्रसाद की तहरीर पर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

पांच किलोमीटर तक सीसीटीवी खंगाले गए

बच्चों की तलाश में पुलिस की दो टीमें पांच किलोमीटर तक के तकरीबन 40 से ज्यादा कैमरे खंगाल रही है। एक स्थान पर दोनों बच्चे दिखे हैं, लेकिन इसके आगे कहीं फुटेज में कैद नहीं हुए हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द से जल्द बच्चों को ढूंढ लिया जाएगा। वहीं छात्रों के परिजन जब 22 अक्टूबर की देर रात तक जब दोनों को ढूंढ-ढूंढकर थक हार गए तो इसके बाद 23 अक्टूबर को थाने पहुंचे। यहां पुलिस को जैसे ही बच्चों के मिसिंग होने की जानकारी तो उनके उनके होश उड़ गए। तहरीर मिलने ही अपहरण का मामला दर्ज करने के बाद थाना पुलिस घर दोनों के इलाकों में पहुंची और पूछताछ शुरू की। हालांकि पांच दिन बाद भी दोनों छात्रों का कुछ भी पता नहीं चल सका है। लेकिन पुलिस की टीमें पांच किलोमीटर के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

बच्चों की तलाश में गुमसुम बैठे परिजन

परिजनों ने बताया कि वह लोग दोनों छात्रों की तलाश में सभी नाते रिश्तेदारों के घर, हैलट, उर्सला, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, गंगाबैराज, बिठूर, पोस्टमार्टम हाउस आदि जगह पहुंचकर फोटो दिखाते हुए तलाश कर चुके हैं। लेकिन उन दोनों का कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद थक हार के उन लोगों ने सोशल मीडिया में वाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स पर दोनों की फोटो वायरल कर नंबर पर जानकारी देने के लिए कहा है। लेकिन कहीं से कोई जानकारी नहीं हुई है। जिसके बाद घर में सब दोनों के लौटने का इंतजार कर गुमसुम बैठे हैं।

चार दिन सोषल मीडिया में उछला मामला तो हरकत में आई पुलिस

परिजनों का आरोप है कि इस गंभीर घटना को पुलिस चार दिन तक दबाए रखी। अपहरण की रिपोर्ट लिखने के बाद पुलिस जांच करने की बात उन लोगों से कहती रही, लेकिन उन लोगों के द्वारा शुक्रवार को दोनों बच्चों की फोटो सोशल मीडिया में डालने के बाद सक्रिय हो गई। शनिवार को दो दरोगा पूरे क्षेत्र में एक-एक घर में पूछताछ करते रहे और सीसी फुटेज चेक करते, जिस पर कुछ संतुष्ट दिखे। इसे पूर्व बड़े मामले दबाए रखने पर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने सीधी कार्रवाई करने की बात कही है।

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