Kanpur News : कानपुर में वीर बाल दिवस के अवसर पर सिख वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कई स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने चार साहिबजादों की शहादत को सम्मानित करने के लिए मानव श्रृंखला बनाई। यह श्रृंखला शहर के जवाहर नगर स्थित ओंकारेश्वर स्कूल के बच्चों द्वारा बनाई गई, जिनके हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां थीं, जो चार साहिबजादों के बलिदान की याद दिला रही थीं।
26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित
कानपुर से यह मांग 2018 में उठाई गई थी कि चार साहिबजादों की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाए। इस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने 2021 में 26 दिसंबर को इस तिथि को वीर बाल दिवस के रूप में घोषित किया। इस ऐतिहासिक तिथि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने आवास पर वीर बाल दिवस के कार्यक्रम में भाग लेंगे।
साहिबजादों की शहादत का संदेश
सिख समाज के प्रमुख सदस्य गुरुविंदर सिंह छाबड़ा ने बताया कि इस दिन का उद्देश्य बच्चों को यह संदेश देना है कि कैसे चार साहिबजादों ने छोटी सी उम्र में आतंकवाद और ज़ुल्म को नकारते हुए अपनी जान दी। उन साहिबजादों ने अपने सिद्धांतों से समझौता न करते हुए दीवार में चुनना पसंद किया, बजाय आतंकवाद और अन्याय को स्वीकार करने के।
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स्कूलों में चला जागरुकता अभियान
कार्यक्रम में अवध बिहारी मिश्रा ने कहा कि स्कूल के छात्र-छात्राएं मानव श्रृंखला बना कर लोगों को साहिबजादों की शहादत के बारे में जागरूक कर रहे हैं। यह पहल न केवल बच्चों के लिए प्रेरणास्त्रोत है, बल्कि समाज में भाईचारे और शांति का संदेश फैलाने का एक महत्वपूर्ण कदम भी है। यह आयोजन शहर में सिख समाज की ओर से की गई पहल का हिस्सा था, जिसमें साहिबजादों की शहादत को एक ऐतिहासिक और शौर्यपूर्ण दिन के रूप में सम्मानित करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
चार साहिबजादों की शहादत केवल एक व्यक्तिगत बलिदान नहीं थी, बल्कि यह देश और समाज के लिए साहस, निष्ठा और उच्च मानवीय मूल्यों का प्रतीक है। यह आयोजन उनके उस अद्वितीय साहस को याद करता है, जिसने कभी भी अपने विश्वासों से समझौता नहीं किया।