कस्बा के कादरगंज रोड स्थित ज्ञान देवी के बंद मकान में रात्रि 12 बजे अज्ञात कारणो से आग लग गई। मकान की खिड़कियो से आग की लपटे निकलते देख आस पास के लोगो ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
दमकल कर्मियों ने आग पर पाया काबू
बता दें कि, पुलिस के द्वारा मौके पर पहुंच दमकल को बुलाया गया। जिसके बाद एक घंटे देरी से पहुंचे दमकल कर्मियों द्वारा आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक घर में रखा ज्यादातर सामान जलकर खाक हो चुका था। घटना के सम्बंध मे गृहस्वामी ज्ञान देवी ने बताया बंद घर मे देर रात्रि आग लग जाने की सूचना परिजनो एवं आस पास के लोगों द्वारा दी गई थी।घटना सोची समझी साजिश है।आग लगने से घर मे स्थित दुकान मे मौजूद डेलीनीड के सामान व घर मे रखा सभी गृहस्थी का समान बैंड,एलसीडी,फर्नीचर सहित पूरी तरह खाक हो गया है।जिससे लगभग 20 लाख की क्षति हुई है।घटना के सम्बंध मे नामजदो के विरुद्ध तहरीर कोतवाली मे दे दी है।
सपा प्रत्याशी के शिवलिंग पर जल चढ़ाने पर गरमाई सियासत, मंदिर का किया गया शुद्धिकरण, जानें पूरा मामला
क्या प्रतिशोध मे लगाई गई आग?
कोतवाली पुलिस घटना की जांच पड़ताल कर रही है वहीं, गृहस्वामी ज्ञानदेवी ने कोतवाली मे दी तहरीर मे 7 माह पूर्व पडोसी से हुए विवाद के प्रतिशोध मे आमोद, विवेक, मदन गोपाल, ईशू,अविनाश,करतार सिंह आदि द्वार आग लगाए की घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। कस्बा में भी दबी जवान में इसको लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म है।
आसपास के घरों की लगा दी गई कुंडियां
आग की घटना सवालो के घेरे मे है क्योंकि घटना से पूर्व ही उक्त मकान के आसपास के घरों के दरवाजे की कुंडी लगा दी गई। क्योंकि जब आग की लपटे उठी तो आसपास के लोगों ने घरो से बाहर आने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजा बाहर से बंद थे। जिससे घटना को लेकर शक की सुई घूम रही है। लेकिन सही स्थिति जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेंगी।
कई एंगल से पुलिस कर रही जांच
7 महिने पहले होली पर्व पर DJ पर गाना बदलने को लेकर हुए विवाद हुआ था। जिसमे चार दिन बाद 30 मार्च को रतनेश व अभिषेक उर्फ सैडी पक्षो में जमकर ईट पत्थर चले थे।घटना में गंभीर घायल युवक सैंडी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर रत्नेश,अतुल,ज्ञानदेवी,अंकुश, आशीष जेल भेजे गए थे। जिसमे ज्ञानदेवी व अतुल माननीय न्यायालय से जमानत पर है। लेकिन आज तक रंजिश के भय के चलते घर नही गए। इसी के चलते तभी से घर बंद था। कोतवाली पुलिस इस घटना को देखते हुए भी आग लगने की घटना की जांच पड़ताल कर रही है।
उपचुनाव में ली जा रही सोशल मीडिया की मदद, पुलिस की नई रणनीति और निगरानी ने बढ़ाई चुनौतियाँ