Kasganj News: कासगंज के मरीजों के लिए बड़ी राहत की।अब डायलेसिस के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिला अस्पताल में 12 जुलाई 2022 से शुरू हुई निशुल्क डायलेसिस सुविधा का लाभ अब हर दिन करीब 30 मरीज उठा रहे हैं। किडनी फेलियर जैसी गंभीर स्थिति में डायलेसिस एक लाइफ सेविंग तरीका है, जो शरीर से बेकार खून को निकालकर स्वच्छ खून प्रदान करती है।
जाने पूरा मामला
डायलेसिस की सुविधा ने जिले के लोगों को बेहद राहत दी है।लोग पहले डायलेसिस के लिए दूसरे शहरों में जाने पर मजबूर थे । जिला अस्पताल में अब 10 मशीनें उपलब्ध हैं, हालांकि मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण अभी भी कुछ मरीजों को इंतजार करना पड़ता है।
किन रोगों मे डायलेसिस की जरूरत
किडनी फ़ेलियर या किडनी की बीमारी (ईएसआरडी) में डायलिसिस की ज़रूरत होती है। किडनी फ़ेलियर तब होता है,जब किडनी शरीर की ज़रूरतों को पूरा नहीं कर पाता है।डायलिसिस की ज़रूरत इन स्थितियों में हो सकती है।हालांकि डायलिसिस की मदद से मरीज़ 20 साल तक जीवित रह सकते हैं।
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क्या है डायलेसिस के लिए प्रक्रिया?
डा. विशाल माहेश्वरी, डायलेसिस यूनिट प्रभारी के अनुसार जिला अस्पताल में डायलेसिस की प्रक्रिया खून की जांच के बाद प्रारम्भ होती है।यदि बिना जांच पुरानी रिपोर्ट के आधार पर डायलेसिस कर दी जाए तो रोगी के लिए जान जोखिम मे जा सकती है।
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प्रतिदिन कितने रोगी ले रहे लाभ
जिला अस्पताल में डायलेसिस सुविधा का लाभ प्रतिदिन 30 मरीज ले रहे है। इसके लिए वर्तमान मे 10 मशीने मौजूद है।जो कि मरीजो की संख्या अधिक होने के चलते कम है।मशीनो की कमी के चलते 5 मरीज बेटिंग में चल रहे है।