spot_img
Saturday, February 22, 2025
-विज्ञापन-

More From Author

Kash Patel FBI Director: डोनाल्ड ट्रंप के करीबी काश पटेल बने एफबीआई डायरेक्टर, जानिए उनकी पूरी कहानी

Kash Patel FBI Director: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 चुनावों में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भरोसेमंद सहयोगी काश पटेल को फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) का नया निदेशक नियुक्त किया है। अमेरिकी सीनेट ने 51-49 के मतों से उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी, जिससे उनका कार्यभार आधिकारिक रूप से शुरू हो गया। भारतीय मूल के काश पटेल ट्रंप के कट्टर समर्थक माने जाते हैं, और उनकी नियुक्ति के बाद एफबीआई में बड़े बदलाव की संभावनाएं जताई जा रही हैं।

सीनेट में कड़ा विरोध

Kash Patel की नियुक्ति को लेकर डेमोक्रेट सांसदों ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने आरोप लगाया कि पटेल ट्रंप के करीबियों में से एक हैं और एफबीआई को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। डेमोक्रेट्स का मानना है कि पटेल एजेंसी को ट्रंप विरोधियों के खिलाफ हथियार बना सकते हैं। हालांकि, पटेल ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता एफबीआई को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना है।

काश पटेल का बयान

नियुक्ति के बाद Kash Patel ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप और अटॉर्नी जनरल बोंडी के विश्वास और समर्थन के लिए मैं आभारी हूं। अमेरिकी जनता निष्पक्ष और जवाबदेह एफबीआई की हकदार है। मेरा मिशन एफबीआई की साख को बहाल करना और इसे राजनीतिक प्रभाव से दूर रखना होगा।”

एफबीआई में संभावित बदलाव

नए निदेशक के रूप में काश पटेल पहले ही संकेत दे चुके हैं कि वे एफबीआई की कार्यशैली में बड़े बदलाव करेंगे। उनका फोकस एजेंसी को अपराध नियंत्रण की पारंपरिक भूमिका में लाने पर होगा। इसके अलावा, वाशिंगटन डी.सी. स्थित मुख्यालय में कर्मचारियों की संख्या कम करने और जासूसी व खुफिया गतिविधियों पर कम ध्यान देने की भी योजना है।

Kash Patel का भारतीय कनेक्शन

भारतीय मूल के काश पटेल का परिवार गुजरात से ताल्लुक रखता है। उनके माता-पिता पहले युगांडा में बसे थे, लेकिन नस्लीय भेदभाव के कारण कनाडा और फिर अमेरिका चले गए। उनका जन्म न्यूयॉर्क में हुआ और उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ रिचमंड से इतिहास और आपराधिक न्याय की पढ़ाई की।

राष्ट्रीय सुरक्षा में अहम भूमिका

Kash Patel ट्रंप प्रशासन में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। उन्होंने हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के विशेष काउंसलर के रूप में भी काम किया। ट्रंप के पहले कार्यकाल में वे राष्ट्रीय सुरक्षा टीम का हिस्सा थे और उन्होंने अल-कायदा के शीर्ष आतंकियों अल बगदादी और कासिम अल-रिमी के खिलाफ अभियानों में योगदान दिया था।

राम मंदिर पर भी दे चुके हैं बयान

भारतीय मूल के होने के कारण काश पटेल का भारत से गहरा जुड़ाव है। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का समर्थन किया था और कहा था कि “विदेशी मीडिया राम मंदिर के 50 सालों के विवाद पर ध्यान दे रहा है, लेकिन 500 साल पुराने इतिहास को नजरअंदाज कर रहा है।” उनके इस बयान ने भारतीय मीडिया में भी सुर्खियां बटोरी थीं।

काश पटेल का एफबीआई निदेशक बनना अमेरिका की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव माना जा रहा है। उनके समर्थकों का मानना है कि वे एजेंसी को राजनीति से दूर रखने में सफल होंगे, जबकि विरोधियों को आशंका है कि वे ट्रंप के प्रभाव में काम कर सकते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनके नेतृत्व में एफबीआई किस दिशा में आगे बढ़ती है।

Latest Posts

-विज्ञापन-

Latest Posts