Farmers Protest: आज किसानों के ‘दिल्ली कूच’ के चलते नोएडा पुलिस ने विशेष ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली के प्रमुख बॉर्डर्स जैसे सिंघू, टिकरी और गाजीपुर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। Yamuna Expressway और Noida-Greater Noida Expressway पर भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है।
जानें पूरा मामला
बीते दिन संयुक्त किसान मोर्चा और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच हुई बैठक नाकाम रही जिसके बाद किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। जिससे नोएडा में हलचल मच चुकी है। आज दोपहर 12 बजे महामाया फ्लाईओवर से ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ किसानों का काफिला दिल्ली की ओर बढ़ने को तैयार है लेकिन वही नोएडा पुलिस ने भी उनकी राह रोकने के लिए कमर कस ली है।
गौतमबुद्ध नगर से दिल्ली को जोड़ने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेड्स लगाकर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। वहीं स्कूलों को ऑनलाइन मोड में डालकर ट्रैफिक को रूट डायवर्ट कर दिया गया है। हर वाहन की सघन जांच कू जाएगी।
यात्रियों के आसान शफर के लिए राहत भरे मार्ग
चिल्ला बॉर्डर वाले यात्री सेक्टर 15 और अन्य चौराहों से होकर निकल सकते हैं।
डीएनडी बॉर्डर वाले फिल्मसिटी फ्लाईओवर का उपयोग करें ताकि किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े।
कालिंदी बॉर्डर वाले महामाया फ्लाईओवर का रास्ता अपनाएं।
ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की ओर निवेश करने वाले वाहन चरखा गोलचक्कर से कालिन्दी कुंज होकर अपनी मंजिल पर पहुंच सकेंगे।
परीचौक होकर दिल्ली जाने वाला यातायात सिरसा पर न उतरकर दादरी, डासना होकर जा पाएंगे।
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Traffic Advisory की जारी
दिल्ली में प्रधानमंत्री के एक कार्यक्रम के चलते भी ट्रैफिक पर अतिरिक्त दबाव की संभावनाए भी हैं। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे मेट्रो सेवाओं का अधिकतम उपयोग करें और Traffic Advisory को भी follow करें। नोएडा पुलिस के मुताबिक किसी भी असुविधा से बचने के लिए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। यातायात हेल्पलाइन नं०–9971009001 दिया गया है।
किसानों का संकल्प
ग्रेटर नोएडा यमुना प्राधिकरण से निकले किसान अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर सड़क पर उतर आए हैं। पुलिस ने उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन किसान नहीं रुके। हल्ला बोल करते हुए वे नोएडा के महामाया फ्लाईओवर की ओर बढ़ते गए जहां एकजुट होने के लिए उनका उद्देश्य साफ था। प्रशासन की ओर से हर दिशा में निगरानी बढ़ा दी गई और कई प्रमुख रूटों को डायवर्ट कर दिया गया लेकिन किसान अपनी आवाज उठाने और संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लिए आगे बढ़ते रहे।