Kushinagar : कुशीनगर में जाली नोट तस्करी के आरोपियों को लेकर पुलिस की कार्यवाही पर अब राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों की व्हीलचेयर पर परेड कराने को लेकर सवाल खड़े किए हैं। लल्लू ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट डालते हुए पुलिस की इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की और इसे ‘दिखावा’ बताया।
अजय कुमार लल्लू ने अपनी पोस्ट में लिखा, “कुशीनगर पुलिस ने जिन जाली नोटों के कथित आरोपियों की व्हीलचेयर पर परेड कराई, वही आरोपी बाद में पेशी के दौरान बिना प्लास्टर के अपने पैरों पर चलते हुए देखे गए। वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है।” उन्होंने डीजीपी उत्तर प्रदेश से पूछा, “क्या यह प्लास्टर सिर्फ दिखावा था, पीआर स्टंट था या इसके पीछे कोई अन्य एजेंडा छिपा हुआ है? जनता सच्चाई जानना चाहती है।”
दो वीडियो किए साझा
लल्लू ने अपने पोस्ट में दो वीडियो भी साझा किए, जिनमें से एक में आरोपी व्हीलचेयर पर पेश किए जा रहे हैं, जबकि दूसरे में वही आरोपी बाद में खुद के पैरों पर चलते हुए नजर आ रहे हैं। इन वीडियो ने मामले को और गंभीर बना दिया है और पुलिस की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
समाजवादी पार्टी से जुड़े आरोपी
गिरफ्तार आरोपियों में समाजवादी पार्टी के नेता रफी खान का नाम सामने आने से मामला और अधिक राजनीतिक रंग ले चुका है। सपा नेता उदयवीर सिंह ने पहले ही आरोप लगाया था कि पुलिस धर्म के आधार पर कार्रवाई कर रही है, जिससे इस विवाद में और तनाव बढ़ गया है।
इंडी अलायंस पर भी निशाना
वहीं, बीजेपी ने इस मामले पर विपक्षी दलों, खासकर इंडी अलायंस, पर सवाल उठाए हैं। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि विपक्षी नेताओं को अपराधियों के प्रति इतनी सहानुभूति क्यों है। उनका कहना है कि इंडी अलायंस नेता जाति और धर्म का मुद्दा बनाकर अपराधियों का समर्थन कर रहे हैं।
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पुलिस की चुप्पी
अब तक कुशीनगर पुलिस या डीजीपी उत्तर प्रदेश ने इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है, और सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
अब यह देखना बाकी है कि पुलिस इस पूरे प्रकरण पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या अजय कुमार लल्लू के उठाए सवालों का कोई उत्तर देती है। जनता और राजनीतिक विश्लेषकों की नजरें इस विवाद पर टिकी हुई हैं।