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बेबसी! बाप के सामने बेटे को खा गया खूंखार तेंदुआ

बेबसी! बाप के सामने बेटे को खा गया खूंखार तेंदुआ

Lakhimpur Kheri: लखीमपुर खीरी में खूंखार तेंदुए का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है, आलम ये है कि लखमीपुर खीरी के ग्रामीण इलाकों में लोग खौफ़ के साएं में जी रहे है। शनिवार को खूंखार तेंदुए ने एक बच्चें को अपना शिकार बनाया, तेंदुए ने अचानक खेत में काम कर रहे बाप-बेटे के उपर हमला कर दिया, पिता तो बच गया, लेकिन तेंदुआ बच्चे को उठाकर ले गया और पिता के सामने ही तेंदुए ने बेटे को खा लिया और बेबस पिता कुछ नहीं कर पाया।

गन्ने के खेत से निकला तेंदुआ और बच्चे को बनाया निवाला

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दरअसल, शनिवार को शाम में करीब 7 बजे गांव गंगाबेहड़ के रहने वाले मुन्नर अली अपने बेटे के साथ साइकिल से मिट्टी ढो रहे थे, तभी गन्ने के खेत से अचानक तेंदुआ निकला और उसने मुन्नर के बच्चे को दबोच लिया और उसको खींच कर अंदर खेत मे ले गया। मुन्नर ने काफी शोर मचाया लेकिन जब तक लोग इकठ्ठा होते तब तक तेंदुआ बच्चे को एक पेड़ पर ले गया, नीचे खड़ा बेबस पिता शोर मचाता रहा, रोता बिलखता रहा और तेंदुआ पिता की आंखों के सामने ही बच्चे को खा गया, तेंदुए ने बच्चे के सिर को खाया।

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खूंखार तेंदुए को पकड़ने में वन विभाग की टीम ‘नाकाम’

पिछले 49 दिनों में खूंखार तेंदुआ 4 बच्चों सहित 6 लोगो का शिकार कर चुका है और वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने में अभी तक नाकाम रही है, वन विभाग को लेकर ग्रामीणों में गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। अगर बात करें पिछले 5 साल की तो लखीमपुर खीरी में 30 से ज्यादा लोग जंगली जानवरों के शिकार हुए है और इसमें भी 20 से ज्यादा मामलों में बाघों का हमला रहा है और पिछले दो सालों के भीतर 15 से ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी है। जबकि वन विभाग अभी तक केवल एक ही बाघिन को पकड़ पाया, बता दें कि जून 2022 में मंझरा पूरब इलाके में बाघिन ने 20 लोगो को मारा था और इसको पकडने के बाद लखनउ चिड़ियाघर भेजा गया था।

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