Lucknow News: लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी, जल्द ही देश का पहला ऐसा शहर बनने जा रही है, जहां से 9 एक्सप्रेसवे सीधे गुजरेंगे। इन एक्सप्रेसवे के माध्यम से लखनऊ की कनेक्टिविटी दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों से मजबूती से जुड़ जाएगी। आगामी दो सालों में यहां विभिन्न एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा, जिसके बाद यह शहर उत्तर प्रदेश का प्रमुख एक्सप्रेसवे हब बन जाएगा। लखनऊ को मिलने वाली इस कनेक्टिविटी से न सिर्फ राजधानी की तस्वीर बदल जाएगी, बल्कि आर्थिक विकास और व्यापारिक अवसरों में भी वृद्धि होगी। वर्तमान में कुछ एक्सप्रेसवे पहले से लखनऊ से जुड़े हुए हैं, जबकि बाकी का निर्माण जारी है।
Lucknow की एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी:
लखनऊ में पहले से ही कुछ प्रमुख एक्सप्रेसवे मौजूद हैं जो इसे उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से जोड़ते हैं। इनमें प्रमुख हैं-
- लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे: 302 किलोमीटर लंबा, यह एक्सप्रेसवे लखनऊ से आगरा को जोड़ता है।
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे: 340 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे लखनऊ को ग़ाज़ीपुर से जोड़ता है।
- लखनऊ आउटर रिंग रोड: 104 किलोमीटर लंबा यह प्रोजेक्ट लखनऊ के चारों ओर घूमता है।
निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे:
लखनऊ के प्रमुख एक्सप्रेसवे नेटवर्क में कुछ महत्वपूर्ण निर्माणाधीन परियोजनाएँ हैं, जो शहर के विकास में अहम भूमिका निभाने वाली हैं।
- लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे: 62 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे 2025 तक पूरा हो जाएगा।
- लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे: यह 60 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को जोड़ता है।
- गोमती एक्सप्रेसवे: यह 300 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे लखनऊ को हल्द्वानी से जोड़ेगा।
- गंगा एक्सप्रेसवे: यह एक्सप्रेसवे लखनऊ को सीधे नहीं जोड़ता, लेकिन इसके माध्यम से उन्नाव से कनेक्टिविटी मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे का विस्तार
मार्च 2023 तक उत्तर प्रदेश में 1500 किलोमीटर लंबी एक्सप्रेसवे परियोजनाएँ पूरी हो चुकी थीं। इसके साथ ही राज्य के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने के लिए एक्सप्रेसवे के निर्माण पर जोर दिया जा रहा है। लखनऊ की एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी से यहां के निवासियों और व्यापारियों के लिए नए अवसर पैदा होंगे, जिससे शहर का आर्थिक और भौतिक विकास तेजी से होगा।