Lucknow News : उत्तर प्रदेश में महिलाएं और पुरुष जेल में भी अपने पारिवारिक आयोजनों का आनंद उठा सकेंगे। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने एक महत्वपूर्ण पहल की है जिससे जेल में बंद महिला कैदी अपने पतियों के साथ करवा चौथ का पर्व मना सकेंगी।
राज्य महिला आयोग ने इस संबंध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को एक पत्र भेजा है। इस पत्र में निर्देश दिया गया है कि जेल में स्थित महिला कैदियों के साथ उनके पति भी आकर करवा चौथ का पर्व मनाएंगे। इस फैसले से महिला कैदियों को अपने पारिवारिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अनुभव करने का अवसर मिलेगा।
करवा चौथ का महत्व
करवा चौथ का पर्व विशेष रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाता है, जिसमें वे अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। यह पर्व एक पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने का प्रतीक होता है और इस अवसर पर महिलाएं विशेष तैयारी करती हैं।
20 अक्टूबर को होगा आयोजन
इस वर्ष करवा चौथ 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस अवसर पर सभी जेलों में महिला और पुरुष बंदियों के लिए विशेष व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। इस आयोजन से न केवल महिला कैदियों को खुशियाँ मिलेगी, बल्कि वे भी अपने पतियों के साथ इस खास दिन को साझा कर सकेंगी।
यह भी पढ़ें : डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने हरियाणा में आरक्षण में उपवर्गीकरण का किया स्वागत
समाज को मिला सकारात्मक संदेश
यह पहल न केवल जेलों में सुधार की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह समाज में एक सकारात्मक संदेश भी देता है कि प्रेम और परिवार के बंधन जेल की दीवारों को भी पार कर सकते हैं। इस प्रयास से यह स्पष्ट होता है कि हर व्यक्ति को अपने परिवार के साथ महत्वपूर्ण अवसरों को साझा करने का अधिकार है।