Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार ने ट्रैक्टर-ट्रॉली के उपयोग पर रोक लगाने का फैसला लिया है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों की सुरक्षा बढ़ाना है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि हाल के दिनों में ट्रैक्टर-ट्रॉली से सफर करते समय कई गंभीर हादसे सामने आए हैं, जिनमें कई लोगों की जानें गई हैं। इस मामले में शीघ्र ही एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित (Lucknow) की जाएगी, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। सरकार का मकसद दुर्घटनाओं की संख्या को कम करना और लोगों के लिए सुरक्षित यात्रा विकल्प उपलब्ध कराना है।
Lucknow में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दयाशंकर सिंह ने कहा, “ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग यात्रियों को ले जाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इसे केवल व्यावसायिक या कृषि कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।” उन्होंने बताया कि अक्सर इस पर नियमों का उल्लंघन होता है, जिसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा, “हम जागरूकता बढ़ाने के लिए पोस्टर और अन्य प्रचार सामग्री का सहारा लेंगे ताकि लोग समझ सकें कि जीवन की क्या कीमत है।”
हाल के दिनों में ट्रैक्टर-ट्रॉली पर यात्रा करते समय कई दुर्घटनाएं हुई हैं, जिसमें अनेक लोगों ने अपनी जान गंवाई। 4 अक्टूबर को मिर्जापुर में हुई एक दुर्घटना में 10 मजदूरों की मौत हो गई थी, जब वे वाराणसी जा रहे थे। इसके अतिरिक्त, फरवरी में कासगंज में 23 लोग, पिछले साल अक्टूबर में हाथरस में 6 लोग, और अप्रैल में शाहजहांपुर में 14 लोग इसी तरह की घटनाओं में अपनी जान से हाथ धो बैठे थे। ये हादसे इस बात को उजागर करते हैं कि ट्रैक्टर-ट्रॉली पर यात्रा करना कितना जोखिम भरा हो सकता है।
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सरकार ने स्पष्ट किया है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग केवल कृषि और व्यावसायिक कार्यों के लिए किया जा सकता है, लेकिन आम जनता के लिए यह एक सुरक्षित विकल्प नहीं है। दयाशंकर सिंह ने कहा कि यदि लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली को सस्ता और सुविधाजनक समझते हैं, तो उन्हें यह जानना चाहिए कि सुरक्षा सबसे पहले है। इसलिए, जागरूकता फैलाने और नियमों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।