Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डेंगू के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हाल ही में डेंगू शॉक सिंड्रोम के कारण एक महिला की जान चली गई है, और पिछले 24 घंटे में 25 नए मामलों का पता चला है। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
डेंगू के मामलों में अचानक वृद्धि
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, लखनऊ में डेंगू के नए मामलों में अचानक उछाल आया है। मंगलवार को 35 वर्षीय एक महिला, जो डेंगू शॉक सिंड्रोम से ग्रसित थी, की मृत्यु हो गई। वह पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं और उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो सका।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां
डेंगू के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत कदम उठाए हैं। अधिकारियों ने कहा कि शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किए जाएंगे, ताकि लोगों की स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जा सके और उन्हें डेंगू के प्रति सतर्क रहने के लिए प्रेरित किया जा सके।
मच्छरों पर नियंत्रण की आवश्यकता
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अपने घरों और आस-पास के क्षेत्रों में सफाई रखें, ताकि मच्छरों के प्रजनन को रोका जा सके। अधिकारियों ने बताया कि stagnant पानी को इकट्ठा न होने देने की जरूरत है, जिससे मच्छरों की संख्या में कमी लाई जा सके। इसके साथ ही, लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
बढ़ते मरीजों की संख्या
डेंगू के कारण लखनऊ (Lucknow)में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक 100 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से कई मरीज गंभीर स्थिति में हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कदम उठाने का फैसला किया है।
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सरकारी स्वास्थ्य अभियान की शुरुआत
सरकार ने डेंगू के मामलों को नियंत्रित करने के लिए विशेष स्वास्थ्य अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य जांच और उपचार की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। साथ ही, मच्छरों के प्रजनन स्थलों को समाप्त करने के लिए सफाई अभियान चलाया जाएगा।
नागरिकों की जागरूकता
लखनऊ (Lucknow) में डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच, नागरिकों में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है। लोगों को स्वास्थ्य विभाग की सलाहों का पालन करना चाहिए और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। यह एक सामूहिक प्रयास का समय है, ताकि हम मिलकर इस बीमारी से निपट सकें और डेंगू के प्रकोप को नियंत्रित कर सकें।