लखनऊ, 30 सितंबर। महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और उनके स्वावलंबन के लिए Yogi govt प्रतिबद्ध है। महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में आगे बढ़ते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार शारदीय नवरात्रि के पहले दिन 3 अक्टूबर को अपने महत्वाकांक्षी “मिशन शक्ति” कार्यक्रम के पांचवें चरण का शुभारंभ करने जा रही है। इस नए चरण के तहत महिलाओं के लिए, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में एक समर्पित स्वास्थ्य हेल्पलाइन- ‘महिला स्वास्थ्य लाइन’ की जल्द ही लांच किया जाएगा।
ग्रामीण महिलाओं को मिलेगी टेली-परामर्श की सुविधा
वीमेन पावर लाइन 1090 की तर्ज पर हेल्पलाइन को शुरू किया जाएगा, जिसका उद्देश्य उन (Yogi govt) महिलाओं को सुलभ स्वास्थ्य सेवा सहायता प्रदान करना है, जिन्हें अक्सर सामाजिक दोष के कारण स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर चर्चा करने में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इस हेल्पलाइन के जरिए महिलाओं को स्त्री रोग विशेषज्ञों के साथ टेली-परामर्श की सुविधा दी जाएगी, जिसके तहत महिलाओं (ग्रामीण महिलाओं) को दूर के अस्पतालों या क्लीनिकों के चक्कर लगाने से छुटकारा मिल जाएगा। उन्हें घर पर ही स्त्री रोग विशेषज्ञ का मार्गदर्शन मिल सकेगा।
इसका सबसे ज्यादा लाभ ग्रामीण महिलाओं को होगा। यह हेल्पलाइन महिलाओं को समय पर और गोपनीय चिकित्सा सहायता प्राप्त करने में सशक्त बनाएगी, जिससे ग्रामीण उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में अंतर को खत्म किया जा सकेगा।
गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने को योगी सरकार ने लिया फैसला
महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (WCSO) के अनुसार, नई स्वास्थ्य हेल्पलाइन न केवल तत्काल चिकित्सा सलाह प्रदान करेगी, बल्कि महिलाओं को मातृ स्वास्थ्य, प्रजनन स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को सुलझाने में भी मदद करेगी। हेल्पलाइन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की उन महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करना है, जिनके लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल तक पहुंच एक चुनौती बनी हुई है।
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17 अक्टूबर, 2020 को सीएम योगी ने मिशन शक्ति को किया था लांच
Yogi govt ने प्रदेश भर में महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और सम्मान के महत्व को पहचानते हुए उनके स्वास्थ्य को लगातार प्राथमिकता दी है। मिशन शक्ति के प्रत्येक चरण में महत्वपूर्ण सुधार पेश किए गए हैं, जिसकी शुरुआत 17 अक्टूबर, 2020 में हुई, इसके बाद 26 फरवरी, 2021 को दूसरा चरण, 21 अगस्त, 2021 को तीसरा चरण और 14 अक्टूबर, 2022 को चौथा चरण शुरू किया गया था। पांचवें चरण की शुरुआत प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए योगी सरकार के अथक प्रयास को जारी रखना है, जो यह सुनिश्चित कर रहा है कि महिलाओं को वह स्वास्थ्य सेवा और सहायता मिले जिसकी वे हकदार हैं।