Om Prakash Rajbhar: योगी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने एबीपी न्यूज से बातचीत में इंडिया गठबंधन और विपक्षी राजनीति पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि यदि गठबंधन ने मायावती को नेतृत्व सौंपने का निर्णय लिया, तो वह इस गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं। राजभर का मानना है कि मायावती का वोट देशभर में फैला हुआ है, जबकि अन्य नेताओं का प्रभाव केवल उनके राज्यों तक सीमित है। विशेष रूप से, ममता बनर्जी का वोट केवल बंगाल में है, जबकि मायावती का जनाधार पूरे देश में है, और उनके नेतृत्व में गठबंधन को मजबूती मिल सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में, मोदी को प्रधानमंत्री बनाए रखने की मंशा से विपक्ष चुप्पी साधे हुए है। उनका कहना था कि संसद में इस समय गुलाब दिए जा रहे हैं, जो इस बात का संकेत हैं कि मोदी सरकार को बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।
आजम खान के पत्र पर राजभर की प्रतिक्रिया
Om Prakash Rajbhar ने सपा नेता आजम खान के पत्र पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि आजम खान का डर स्वाभाविक है, क्योंकि सपा उन्हें किनारे लगाना चाहती है। उनका आरोप था कि सपा केवल मुस्लिम वोट को अपने पक्ष में रखना चाहती है, लेकिन उनकी असल समस्याओं का समाधान नहीं करती। उन्होंने यह भी कहा कि सपा की राजनीति सिर्फ वोट बैंक की राजनीति है, जिसमें मुस्लिमों के वोट को एक बोरे में भरकर उन्हें फिर से चुनावों के दौरान याद किया जाता है।
अखिलेश यादव की नेतृत्व क्षमता पर सवाल
Om Prakash Rajbhar ने अखिलेश यादव के नेतृत्व पर भी सवाल उठाए और कहा कि उनका बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में कोई प्रभाव नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि इंडिया गठबंधन को नेतृत्व की जरूरत है, तो केवल मायावती के पास ऐसा वोट बैंक है जो उन्हें इस नेतृत्व के लिए उपयुक्त बनाता है।
राहुल गांधी पर भी तंज
राजभर ने सम्भल में राहुल गांधी द्वारा पीड़ितों से मुलाकात को चुनावी ड्रामा करार दिया। उनका कहना था कि यह केवल मुसलमानों का वोट हासिल करने के लिए किया गया था, और इस मुलाकात का असल मकसद मुस्लिम समुदाय के वोट को अपनी ओर खींचना था।
इस तरह, ओम प्रकाश राजभर ने अपनी प्रतिक्रिया में कई महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय दी, जो आने वाले चुनावों में विपक्ष की रणनीतियों को प्रभावित कर सकती है।