अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि AI तकनीक से लैस इन कैमरों के साथ ही फेसबुक और ‘एक्स’ जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी बिछड़े लोगों को खोजने में तुरंत मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार महाकुंभ में देश-विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को अपनों को खोने का डर नहीं रहेगा।
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दिसंबर से शुरु होगा डिजिटल खोया-पाया केंद्र
मामले को लेकर अधिकारी ने बताया कि मेला प्रशासन की ओर से एक दिसंबर से डिजिटल खोया-पाया केंद्र शुरू किया जाएगा। चतुर्वेदी ने बताया कि इसके जरिए 328 AI कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे और इन सभी कैमरों का परीक्षण हो चुका है। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे लगाने का काम अंतिम चरण में है और मेला क्षेत्र में चार स्थानों पर इन विशेष AI कैमरों का परीक्षण भी हो चुका है। अधिकारी ने बताया कि डिजिटल खोया-पाया केंद्र तकनीक की मदद से काम करेगा और इसमें हर खोए हुए व्यक्ति का तुरंत डिजिटल रजिस्ट्रेशन होगा, जिसके बाद एआई कैमरे लापता व्यक्ति की तलाश शुरू कर देंगे।
AI से लैस कैमरे फोटो खींचकर व्यक्ति की होगी पहचान
अपर मेला अधिकारी ने बताया कि इतना ही नहीं, लापता व्यक्ति की जानकारी फेसबुक और ‘एक्स’ पर भी साझा की जाएगी। उन्होंने बताया कि खोए हुए व्यक्तियों की पहचान के लिए फेशियल रिकॉग्निशन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा और AI से लैस कैमरे फोटो खींचकर तुरंत व्यक्ति की पहचान कर लेंगे।
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