Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के आयोजन पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने कहा कि कुंभ में उन सभी लोगों का स्वागत है जो भारतीय संस्कृति और सनातन परंपराओं में विश्वास रखते हैं, चाहे वे किसी भी धर्म से हों। हालांकि, योगी ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई व्यक्ति गलत मानसिकता से आएगा या कानून का उल्लंघन करेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Mahakumbh 2025 के आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं और योगी आदित्यनाथ खुद इसके हर पहलू की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने प्रयागराज में दिए एक साक्षात्कार में कहा कि कुंभ का आयोजन किसी विशेष समुदाय के लिए नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जुड़े सभी लोगों के लिए है। योगी ने कहा कि अगर कोई गलत उद्देश्य से कुंभ में आएगा तो उसे कठोर परिणाम भुगतने होंगे।
मुख्यमंत्री ने मुसलमानों के लिए अपनी बात रखते हुए कहा कि वे उन मुसलमानों का स्वागत करते हैं जो भारत की सनातन परंपराओं में श्रद्धा रखते हैं। योगी ने उन मुसलमानों का समर्थन किया जिनके पूर्वजों ने दबाव में इस्लाम अपनाया था और जो अब सनातनी विश्वासों को अपनाते हैं। वे ऐसे लोगों को कुंभ में आने और संगम में स्नान करने के लिए आमंत्रित करते हैं।
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इस बयान के बाद, योगी आदित्यनाथ ने वक्फ बोर्ड के दावों का जवाब भी दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई यह दावा करता है कि Mahakumbh की भूमि उनकी है और वे उस पर कब्जा करना चाहते हैं, तो यह बिल्कुल स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस पर उन्हें सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। योगी ने यह भी कहा कि ऐसे लोगों को ‘डेंटिंग-पेंटिंग’ जैसी कठोर सजा मिल सकती है, जिससे उनकी चेतावनी साफ और स्पष्ट हो।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान से यह साफ हो गया कि कुंभ एक धार्मिक आयोजन है जो भारत की संस्कृति और परंपराओं से जुड़ा है। इसमें शामिल होने का अधिकार हर उस व्यक्ति को है जो भारतीय संस्कृति का सम्मान करता है।