- विज्ञापन -
Home Latest News कुत्ते की जान बचाने को अधेड़ ने लगाई खुद की जान की...

कुत्ते की जान बचाने को अधेड़ ने लगाई खुद की जान की बाजी, बिना सेफ्टी उतरा 90 फीट गहरे कुएं में

Kanpur News
Kanpur News

Kanpur News: कानपुर के नवाबगंज में एक कुत्ते को बचाने के लिए 50 साल के शख्स ने जान की बाजी लगा दी। लोगों के रोकने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और 90 फीट गहरे कुएं में गिरे कुत्ते को निकालने के लिए उतर गया। रस्से के सहारे कुएं में उतरा और कुत्ते को बाहर ले आया। यह देख वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर उसकी हौसला अफजाई की।

पानी सूखने की वजह से कुएं में दलदल

- विज्ञापन -

आरबीआरडी रोड पर दौलतेश्वर नाम से प्राचीन शिव मंदिर है। इसके पास 90 फीट गहरा कुआं है जिसमें पानी सूखने की वजह से दलदल है। सोमवार सुबह करीब नौ बजे अचानक एक कुत्ता कुएं में जा गिरा। उसके भौंकने पर लोगों ने कुएं के अंदर झांककर देखा तो वह दिखा। देखते ही लोगों की भीड़ लग गई। आनन-फानन में नगर निगम व पशु चिकित्सा अधिकारी को जानकारी दी गई। कई लोगों ने फायर ब्रिगेड को फोन किया। लेट-लतीफी होती देख बड़ौती बस्ती के रहने वाले रामसेवक बग्गड़ आगे आए और कुत्ते को बचाने के लिए खुद कुएं में उतरने की बात कही। झांककर देखा तो बेजुबान तड़प रहा था। रामसेवक का जज्बा देख एक बार तो सभी लोग हैरान रह गए और उसे रोका भी, पर वह नहीं माना और कुएं में उतर गया।

उद्घाटन के तीन दिन बाद ही दरारों से जूझ रहा जेपी गंगा पथ: निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवाल

दो घंटे तक चला रेस्क्यू

रामसेवक के हामी भरने के बाद रस्से से पहले एक लकड़ी का पटा उनकी कमर में बांधा गया। इसके बाद छह से सात लोगों ने रस्से को धीरे-धीरे छोड़ना चालू किया। इस दौरान कई बार रामसेवक की चाल बिगड़ी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अंतत: दलदल में फंसे कुत्ते को रामसेवक पटे पर बैठाने के बाद लिपटाकर उसे बाहर ले आए। कुत्ते को बाहर लाकर नहलाने के बाद गली में छोड़ दिया।

सेफ्टी किट के बिना उतरना मौत को दावत देना

रामसेवक बग्गड़ मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। बिना सेफ्टी किट के वे 90 फीट कुएं में उतर गए। ऑक्सीजन की कमी व जहरीली गैस बनने के कारण उनकी जान तक जा सकती थी, लेकिन उनकी बहादुरी ने एक बेजुबान की जान बचा ली।

बंगाल में वक्फ कानून के विरोध में फिर भड़की हिंसा, ममता सरकार की नाकामी

- विज्ञापन -
Exit mobile version