अयोध्या, 16 अक्टूबर : अयोध्या का दीपोत्सव अपने आठवें साल में एक और कीर्तिमान बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में हो रहे इस आयोजन में प्रशासन ने अपनी तैयारियाँ तेज कर दी हैं। दीपोत्सव का मुख्य आयोजन 30 अक्टूबर को होने वाला है, और इससे पहले राम की पैड़ी सहित विभिन्न जगहों पर दीयों को सजाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस बार, अयोध्या में 28 लाख दीयों को जलाने की योजना है, जिससे 25 लाख दीयों का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा।
राम की पैड़ी पर मार्किंग का शुभारंभ
डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के निर्देशन में राम की पैड़ी के घाटों पर दीयों को सजाने के लिए मार्किंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बुधवार को विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव मोहम्मद सहील और उनकी टीम ने 28 लाख दीयों को सही तरीके से लगाने के लिए घाटों पर मार्किंग की। इस काम को अंजाम देने में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रंजन सिंह और अन्य कर्मियों की मदद ली गई। उप कुलसचिव ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर घाटों पर मार्किंग का काम पूरा कर लिया जाएगा।
स्वयंसेवकों के लिए विशेष आईकार्ड की व्यवस्था
दीपोत्सव के दौरान 30 हजार से अधिक स्वयंसेवकों को शामिल किया जाएगा। इन स्वयंसेवकों को क्यूआर कोड से लैस आईकार्ड दिए जाएंगे, जिसमें उनका नाम, फोटो, मोबाइल नंबर, तैनाती स्थल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ दर्ज होंगी। यह आईकार्ड विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए हैं ताकि किसी प्रकार की डुप्लीकेसी न हो और पूरे आयोजन को व्यवस्थित रूप से चलाया जा सके। दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि 20 अक्टूबर तक स्वयंसेवकों को यह आईकार्ड वितरित किए जाएंगे।
रामपथ और धर्मपथ की सजावट
दीपोत्सव के दौरान अयोध्या के प्रमुख मार्गों को भी रोशनी से सजाया जाएगा। रामपथ और धर्मपथ की साज-सज्जा का काम लखनऊ की ताज रेडियो एंड इलेक्ट्रिक कंपनी को सौंपा गया है। इस बार, राम कथा पार्क के पास इलेक्ट्रीशियन कैंप लगाकर लाइटिंग की तैयारियाँ जोर-शोर से की जा रही हैं। लगभग 2 किलोमीटर तक के क्षेत्र में भव्य लाइटिंग की जाएगी, जिसमें डेकोरेटिव वॉल, इलेक्ट्रिक गेट और आर्टिफिशियल इलेक्ट्रिक लाइटों से पिलर सजाए जाएंगे। इस कार्य को 25 अक्टूबर तक पूरा करने की योजना है।
झांकियों का भव्य आयोजन
इस साल के दीपोत्सव में 18 झांकियों का भी आयोजन होगा। सूचना और पर्यटन विभाग की देखरेख में ये झांकियाँ तैयार की जा रही हैं। इन झांकियों में रामायण के विभिन्न प्रसंगों को दर्शाया जाएगा। 11 झांकियाँ सूचना विभाग की ओर से और 7 झांकियाँ पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की जा रही हैं। ये झांकियाँ 30 अक्टूबर को साकेत महाविद्यालय में प्रदर्शित की जाएंगी।
गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की तैयारी
अयोध्या का दीपोत्सव पहले ही कई बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुका है। इस बार भी, प्रशासन और विश्वविद्यालय मिलकर इस आयोजन को और भव्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। दीपोत्सव में विश्वविद्यालय, महाविद्यालय और इंटर कॉलेज के स्वयंसेवक शामिल होकर पिछले साल के रिकॉर्ड को तोड़ने का प्रयास करेंगे।
दीपोत्सव की प्रमुख तैयारियाँ
- मार्किंग प्रक्रिया: 28 लाख दीयों को सही तरीके से सजाने के लिए राम की पैड़ी के 55 घाटों पर मार्किंग का काम शुरू हो गया है।
- स्वयंसेवकों के आईकार्ड: 30 हजार स्वयंसेवकों को क्यूआर कोड से सुसज्जित आईकार्ड दिए जाएंगे ताकि आयोजन को सुचारू रूप से चलाया जा सके।
- सजावट और लाइटिंग: रामपथ और धर्मपथ के अलावा अयोध्या के प्रमुख मार्गों पर भव्य लाइटिंग की जा रही है, जिसे 25 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
- झांकियों का आयोजन: दीपोत्सव के मुख्य दिन 30 अक्टूबर को 18 झांकियाँ निकाली जाएंगी, जिनमें रामायण के विभिन्न प्रसंगों को दर्शाया जाएगा।
अयोध्या का दीपोत्सव हर साल और भव्य होता जा रहा है। इस बार की तैयारियों से यह साफ है कि प्रशासन और स्वयंसेवक मिलकर इसे एक ऐतिहासिक आयोजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 30 अक्टूबर को जब राम की पैड़ी पर 25 लाख दीए जलाए जाएंगे, तब अयोध्या फिर से एक नए विश्व रिकॉर्ड की ओर कदम बढ़ाएगा।