Mayawati attack: बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस अब भाजपा की ‘B टीम’ बनकर काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए कमजोर रणनीति अपनाई, जिससे उसे करारी हार झेलनी पड़ी। मायावती ने राहुल गांधी को सलाह दी कि बसपा पर टिप्पणी करने से पहले उन्हें अपनी पार्टी की दुर्दशा पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों और कमजोर नेतृत्व के कारण ही पार्टी लगातार कमजोर होती जा रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए मायावती ने कहा कि अगर कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मजबूती से चुनाव लड़ा होता, तो उसे इतनी बुरी हार का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अब आत्मविश्लेषण करने की जरूरत है क्योंकि उसकी स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि कई सीटों पर उसके उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो रही है।
1. कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा आमचुनाव में इस बार बीजेपी की B टीम बनकर चुनाव लड़ा, यह आम चर्चा है, जिसके कारण यहाँ बीजेपी सत्ता में आ गई है। वरना इस चुनाव में कांग्रेस का इतना बुरा हाल नहीं होता कि यह पार्टी अपने ज्यादातर उम्मीदवारों की जमानत भी न बचा पाए। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) February 21, 2025
3. साथ ही, दिल्ली में बनी नई भाजपा सरकार को यहाँ चुनाव में खासकर जनहित व विकास सम्बंधी किए गए अपने तमाम वादों को समय से पूरा करने की चुनौती है, वरना आगे चलकर इस पार्टी का भी हाल कहीं कांग्रेस जैसा बुरा ना हो जाए। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) February 21, 2025
भाजपा पर भी साधा निशाना
Mayawati ने न केवल कांग्रेस, बल्कि भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अगर केंद्र और राज्य सरकारें जनता की समस्याओं को हल करने में विफल रहती हैं, तो जनता उन्हें भी सबक सिखाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा को यह नहीं समझना चाहिए कि वह अपराजेय है। अगर पार्टी ने जनता से किए गए वादों को समय पर पूरा नहीं किया, तो उसे भी कांग्रेस की तरह गिरावट का सामना करना पड़ेगा।
क्या कांग्रेस जवाब देगी?
Mayawati के इस बयान से राजनीतिक माहौल गरमा सकता है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है या फिर चुप्पी साधे रहती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर कांग्रेस इस बयान का जवाब देती है, तो दोनों दलों के बीच विवाद और बढ़ सकता है। हालांकि, अभी तक कांग्रेस की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
मायावती के इस बयान ने यह साफ कर दिया है कि बसपा अब कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने के मूड में है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में इस बयानबाजी का क्या असर पड़ता है और कांग्रेस किस रणनीति के तहत आगे बढ़ती है।