Meerut Medical College: मेरठ मेडिकल कॉलेज में एक गंभीर रूप से घायल युवक को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया गया। यह घटना उस समय हुई जब युवक के परिजनों ने मोर्चरी में उसकी सांस चलती हुई देखी, जिसके बाद वे फिर से उसे मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया।
घटना का शिकार युवक शगुन शर्मा (18) है, जो Meerut के सरूरपुर थाना क्षेत्र के गांव गोटका का निवासी है। उसकी बहन की शादी 17 नवंबर को तय है। बुधवार की शाम, शगुन अपने मामा चीनू के साथ बाइक पर शादी के कार्ड बांटने जा रहा था। तभी गंगनहर पटरी पर अटेरना गांव पुल के पास एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। शगुन की हालत को देखते हुए उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
Meerut मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर, डॉक्टरों ने युवक को लगभग डेढ़ बजे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को मोर्चरी भेज दिया गया और पुलिस मौके पर पहुंचकर पंचनामा भरने लगी। लेकिन मोर्चरी में जब शगुन के परिजनों ने उसकी जांच की, तो उन्हें उसके शरीर में हलचल और सांस चलती हुई मिली। इस बात से चिंतित परिजन तुरंत शगुन को लेकर फिर से मेडिकल कॉलेज पहुंचे और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया।
डॉक्टरों ने उसे फिर से आईसीयू में भर्ती किया, जहां चार घंटे तक उसकी निगरानी की गई। इस दौरान युवक का ईसीजी सहित सभी जरूरी जांचें की गईं। चार घंटे बाद, डॉक्टरों ने एक बार फिर शगुन को मृत घोषित कर दिया। उसके परिजनों ने इस मामले में डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत करने का निर्णय लिया है और लापरवाही की शिकायत अधिकारियों से करने का आश्वासन दिया है।
यह घटना न केवल Meerut चिकित्सा प्रणाली की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह उन परिवारों की चिंता को भी दर्शाती है जो ऐसे घटनाक्रमों से गुजरते हैं। Meerut चिकित्सीय लापरवाही के मामले में यह आवश्यक है कि जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।