Meerut News : मेरठ के अस्पताल में एक महिला मरीज की मौत के बाद तीमारदारों और जूनियर डॉक्टरों के बीच झगड़ा हो गया। यह विवाद तब बढ़ा जब तीमारदारों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू किया। इस घटना के परिणामस्वरूप, जूनियर डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
250 डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार के कारण अस्पताल की ओपीडी सेवाएं बाधित हो गईं। मरीज आपातकालीन सेवाओं का लाभ नहीं उठा सके और उन्हें उपचार के लिए भटकना पड़ा।
धरने के बीच एक तीमारदार पर हमला
धरने के दौरान, एक अन्य तीमारदार अपने मरीज को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचा। इलाज नहीं मिलने पर गुस्साए तीमारदार ने डॉक्टरों को अभद्र भाषा में संबोधित किया, जिससे गुस्साए डॉक्टरों की भीड़ उस पर टूट पड़ी। पुलिस के सामने ही तीमारदार की बुरी तरह पिटाई की गई और उसकी कार में तोड़फोड़ कर दी गई। किसी तरह पुलिस ने उसे डॉक्टरों के बीच से निकाला।
डॉक्टरों ने की मांग
जूनियर डॉक्टरों ने मृत महिला के तीमारदारों के खिलाफ तहरीर दी है, लेकिन आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे।
पुलिस का बयान
एसपी सिटी ने बताया कि तहरीर के आधार पर मृत महिला के बेटे और उसके दोस्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह घटना न केवल चिकित्सा सेवाओं को प्रभावित कर रही है, बल्कि चिकित्सा समुदाय में चिंता का विषय बन गई है।