Meerut police action: मेरठ के हर्रा खिवाई क्षेत्र में गोकशी की घटना के बाद एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने पुलिसकर्मियों की लापरवाही पर कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने पूरी खिवाई चौकी को निलंबित कर दिया, जिसमें चौकी इंचार्ज समेत छह पुलिसकर्मियों का नाम शामिल है। इसके साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। इस कदम से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है, क्योंकि सिर्फ दो दिनों में एसएसपी ने 14 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है। आइए जानें इस कड़ी कार्रवाई की वजह।
असफलता पर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
मंगलवार को हर्रा खिवाई के जंगल में कुछ किसान गन्ना छिलाई करने गए थे। इस दौरान उन्हें एक गड्ढे में पशु अवशेष मिले, जिसकी जानकारी मिलने पर बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए सीओ सरधना मौके पर पहुंचे और छानबीन की। जांच में खिवाई चौकी की लापरवाही सामने आई, जिसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई। इस रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बुधवार को चौकी इंचार्ज समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
निलंबित पुलिसकर्मियों में उप निरीक्षक रामवीर सिंह, मुख्य आरक्षी अशोक कुमार, नीरज सिंह, आरक्षी भूपेंद्र यादव, विवेक कुमार और अमित पंवार शामिल हैं। एसएसपी ने इस कार्रवाई के दौरान यह स्पष्ट किया कि गोकशी जैसी घटनाओं में Meerut पुलिस की लापरवाही को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कदम से एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को यह संदेश दिया है कि वे अपनी जिम्मेदारी से दूर नहीं भाग सकते।
पुलिस विभाग में हलचल, एसएसपी का सख्त रुख
यह पहली बार नहीं है जब खिवाई क्षेत्र में गोकशी की घटना सामने आई हो। करीब एक माह पहले भी इसी क्षेत्र में गोकशी हुई थी। Meerut एसएसपी ने इस बार सरूरपुर पुलिस को भी फटकार लगाई और लापरवाही पर कड़ी चेतावनी दी। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा कि पिछले दो दिनों में जिन 14 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई, उनकी लापरवाही के कारण ही यह कदम उठाया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग में अब किसी भी प्रकार की लापरवाही को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
दूसरे दिन भी 14 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने दो दिनों के भीतर 14 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है, जिसमें डायल 112 की पीआरवी पर तैनात आठ पुलिसकर्मी शामिल हैं, जिनमें एक महिला पुलिसकर्मी भी थी। एसएसपी ने कहा कि इन पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण यह कदम उठाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि अब किसी भी स्तर पर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।