Mirzapur Solar Plant: मिर्जापुर जिले को ऊर्जा और रोजगार के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिलने जा रही है। बुंदेलखंड सौर ऊर्जा लिमिटेड (BSUL) जिले में 100 मेगावाट क्षमता का सोलर पावर प्लांट स्थापित करने जा रही है, जिसके लिए कंपनी 400 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस परियोजना से न केवल स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि जिले को बिजली आपूर्ति में भी मजबूती मिलेगी। परियोजना के लिए भूमि की तलाश शुरू हो चुकी है।
बीएसयूएल कंपनी के सीईओ अनिल कुमार ने हाल ही में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से मुलाकात कर परियोजना से जुड़ी जानकारी दी और भूमि उपलब्ध कराने के विषय में चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह प्रोजेक्ट NHPC और उत्तर प्रदेश नई और नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी (UPNEDA) के संयुक्त प्रयास से शुरू किया जा रहा है। यह भारत सरकार के नॉन-रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय (MNRE) द्वारा प्रस्तावित 55 सोलर पार्कों में से एक है, जिसे BSUL को आवंटित किया गया है।
इस प्लांट के लिए 200 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है, जिसे जिला प्रशासन और यूपी सरकार के सहयोग से अधिग्रहित किया जाएगा। योजना के अनुसार, इस प्लांट से उत्पादित बिजली को 132 केवी कनेक्टिविटी के माध्यम से पावर ग्रिड में जोड़ा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि Mirzapur के दादर कलां गांव में पहले से ही एक 100 मेगावाट का सोलर प्लांट कार्यरत है, जिसे फ्रांसीसी कंपनी के सहयोग से तैयार किया गया था। उसका उद्घाटन 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संयुक्त रूप से किया था।
नई परियोजना के निर्माण में लगभग 250 श्रमिकों को रोज़गार मिलेगा, जो अगले दो वर्षों तक इस कार्य में लगे रहेंगे। प्लांट के पूरी तरह से चालू होने के बाद भी सैकड़ों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे।
यह परियोजना Mirzapur के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति देने के साथ-साथ स्वच्छ और सतत ऊर्जा के उपयोग को भी बढ़ावा देगी। जिला प्रशासन का कहना है कि जमीन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाएगी ताकि जल्द से जल्द काम शुरू हो सके।