Mirzapur: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित मां विंध्यवासिनी मंदिर में एक सहायक विकास अधिकारी (कृषि) द्वारा ड्यूटी स्थल छोड़कर जूते पहनकर मंदिर में प्रवेश करने का मामला सामने आया है।
इस घटना (Mirzapur) को लेकर मंदिर प्रांगण में भारी विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
विधायक ने मौके पर रोका, जताई नाराज़गी
यह घटना तब सामने आई जब मिर्जापुर के सदर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने सहायक विकास अधिकारी प्रतीक कुमार सिंह को जूते पहने हुए मंदिर परिसर में देखा। विधायक ने तुरंत ADO को रोका और कड़ी फटकार लगाई। विधायक ने उनके गले में लटके आई कार्ड को देखकर पहचान की और उन्हें तत्काल मंदिर से बाहर निकलने का आदेश दिया। इस घटना ने मंदिर के श्रद्धालुओं और स्थानीय प्रशासन में हलचल मचा दी।
जिलाधिकारी के आदेश पर सस्पेंड
घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ADO प्रतीक कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया। बताया जा रहा है कि शारदीय नवरात्रि मेला के दौरान प्रतीक कुमार सिंह सेक्टर मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात थे, लेकिन उन्होंने अपना ड्यूटी स्थल छोड़कर अपने परिचितों को मंदिर में दर्शन कराने के लिए जूते पहनकर प्रवेश किया।
GST ऑफिस के अंदर ही कपड़े उतारकर धरने पर बैठा व्यापारी, सोशल मीडिया पर Video वायरल
यह कृत्य मंदिर की मर्यादा और नियमों का उल्लंघन था, जिसे लेकर कड़ा कदम उठाया गया। राज्य सूचना विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ADO के इस गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार पर जिलाधिकारी के निर्देशानुसार उन्हें तुरंत निलंबित कर दिया गया है।
विधायक ने की सफाई
नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने घटना के बाद बयान दिया कि उन्होंने ADO को मंदिर में जूते पहने हुए देखा, जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें फटकार लगाई और मंदिर से बाहर निकाल दिया। हालांकि, उन्होंने जिलाधिकारी से सीधे कोई शिकायत करने की बात से इनकार किया, लेकिन घटना के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए कार्रवाई की।
इस घटना के बाद मिर्जापुर के प्रशासनिक गलियारों में खलबली मच गई। अधिकारियों ने इसे एक गंभीर चूक माना है, और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जा सकते हैं।