Kasganj News: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में मंगलवार को एक भीषण हादसा हुआ, जब मिट्टी की ढाय खिसकने से एक दर्जन महिलाएं दब गईं। इस दर्दनाक हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य घायल हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है, और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
हादसा मथुरा-बरेली हाईवे पर हुआ
घटना मथुरा-बरेली हाईवे पर कस्बा मोहनपुर के बाहर राधा स्वामी सत्संग भवन के पास हुई। महिलाएं वहां मिट्टी खोदने गई थीं, तभी अचानक मिट्टी की ढाय गिर गई और वे उसकी चपेट में आ गईं। घटनास्थल पर मौजूद राहगीरों ने तुरंत स्थिति को देखा और उनकी चीखें सुनकर मदद के लिए दौड़ पड़े।
राहगीरों और मोहनपुरा के ग्रामीणों ने मिलकर बचाव कार्य शुरू किया। इस दौरान जिला प्रशासन को सूचित किया गया और Kasganj प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। कासगंज की जिलाधिकारी मेधा रूपम और पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक घटनास्थल पर पहुंची। डीएम ने तत्काल बचाव कार्य के लिए एसडीएम और तहसीलदार को जेसीबी मंगाकर राहत कार्य में जुटने के निर्देश दिए।
कासगंज- मिट्टी की ढाय गिरने का मामला
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 9 लोगों को निकाला गया बाहर
3 महिलाओं सहित 4 लोगों की हुई मौत
5 घायलों का चल रहा है उपचार
मौके पर पुलिस डीएम एसपी सहित अन्य आलाधिकारी हैं मौजूद#Kasganj @kasganjpolice @DmKasganj pic.twitter.com/iEhwvptIXP
— News1India (@News1IndiaTweet) November 12, 2024
घायलों को अस्पताल भेजा गया
बचाव कार्य के दौरान दो महिलाओं के शव मिल गए, जिनकी मौत हो चुकी थी। वहीं, घायल महिलाओं की संख्या आठ बताई जा रही है। उन्हें तुरंत एंबुलेंस द्वारा जिला अस्पताल भेजा गया। प्रशासन ने घटनास्थल पर मौजूद सभी लोगों से स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बचाव कार्य में तेजी लाने की अपील की है।
राहत कार्य में जुटे लोग लगातार मलबा हटाकर दबे हुए अन्य महिलाओं को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है, जबकि घायल महिलाओं को इलाज दिया जा रहा है।
Kasganj प्रशासन की तत्परता
Kasganj जिला प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य शुरू किया और अधिकारियों को घटनास्थल पर भेज दिया। डीएम ने बताया कि मलबा हटाने का काम लगातार जारी है, और किसी भी अन्य महिला के दबे होने की आशंका को देखते हुए राहत कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। हादसे में मृत महिलाओं के परिवारों के लिए प्रशासन की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है।
यह हादसा पूरे इलाके में शोक की लहर पैदा कर गया है। जिला प्रशासन द्वारा बचाव कार्य में जुटे लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अन्य महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।