रिपोर्ट- मोहसिन खान
मुरादाबाद: बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और पूर्व विधायक संगीत सोम के विवादित बयानों को लगता है कि पिटारा फिर से खुल गया है, वो बयान देते है और उस पर कायम भी रहते है, मेरठ में गन्ना समिति डेलीगेट्स चुनावी प्रक्रिया को लेकर एआर कॉपरेटिव को धमकाने और उनका इलाज बांधने की बात कहने वाले संगीत सोम ने मुरादाबाद के थाना मुड़ापाण्डे इलाके में क्षत्रिय स्वाभिमान एवम चिंतन समारोह में पूर्व मंत्री आज़म खां को पीछे छोड़ दिया और मंच से कहा कि अगर अधिकारी बाज़ आ जाए वरना इसी जनता से ‘अधिकारियों को जूते से पिटवाउंगा’ दरअसल संगीत सोम कुंदरकी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले जनसभा को संबोधित कर रहे थे। वहीं पर उन्होंने धमकाने वाले ऑडियों का ज़िक्र किया और कहा कि मुझसे एक पत्रकार ने पूछा कि आपने अधिकारी को धमकाया, आपका ऑडियो वायरल हो रहा है, तो मैने कहा कि हां मैने धमकाया और वो मेरी ही आवाज़ है, संगीत ने आगे कहा कि अगर कोई ओर होता तो मना कर देता, लेकिन मैने कहा कि मेरी ही आवाज थी और अगर अधिकारियों ने ढंग से काम नहीं किया तो इनको जनता से ही जूतें से पिटवाउंगा।
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2019 में आज़म खां ने भी कहा था कुछ ऐसा ही, अंजाम हो गया बुरा।
मुरादाबाद में पूर्व विधायक संगीत सोम ने सपा नेता आज़म खां वाली विवादित सरगम को छेड़कर खूब तालियां बटोरी, खुले मंच से अधिकारियों को धमकी देने वाले संगीत सोम भी शायद पूर्व मंत्री आज़म खां की राह पर चल निकले है। गौरतलब है कि 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान आज़म खां ने प्रचार करते हुए रामपुर के तत्कालीन डीएम आनजेंनय कुमार को धमकी दी थी और कहा था कि देखना एक दिन इसी अधिकारी से अपने जूते खुलवाउंगा, उस वक्त शायद आज़म खां को इस बात का अंदाज़ा भी नहीं होगा कि अधिकारी को दी गई धमकी उनको भविष्य में कितनी भारी पड़ने वाली है। मामला 2019 के बाद एमपी एमएलए कोर्ट में इतनी तेज़ी से आगे बढ़ा कि रामपुर के खां साहब सलाखों के पीछे चले गए और अकूत संपत्ति सरकारी कब्ज़े में चली गई।
संगीत के बयान से असहज हुई भाजपा
भले ही संगीत सोम को पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा के फायर ब्रांड नेता के तौर पर देखा जाता हो, लेकिन इतना ज़रूर है कि भाजपा हर बार उनके विवादित बयानों से असहज और परेशान हो जाती है। बहुत कम ऐसा देखा गया है कि पार्टी संगठन या फिर सरकार की ओर से संगीत सोम के किसी विवादित बयान पर बचाव किया गया हो, भाजपा में ही अंदरखाने कुछ नेता और कार्यकर्त्ता तो यहां तक कहते है कि ये सब सुर्खियों में रहने का फंडा है। अब हालिया अधिकारी को धमकाने का ऑडियो और फिर उसके बाद अधिकारियों को जूते से पिटवाने की धमकी का वीडियों सामने आने के बाद भाजपा के किसी भी नेता या प्रवक्ता का कोई बयान सामने नहीं आया, जबकि सूत्रों के मुताबिक संगीत सोम के बयान के बाद यूपी के अधिकारियों में गुस्सा है।