Sangeet Som: उत्तर प्रदेश की राजनीतिक हलचलों के बीच, बीजेपी के पूर्व विधायक संगीत सोम ने अपने एक ताजा बयान से फिर से विवादों का बाजार गर्म कर दिया है। एक वायरल ऑडियो में उन्होंने अधिकारियों को धमकी दी है, और अब उन्होंने इसे सार्वजनिक मंच पर स्वीकार करते हुए कहा है कि अगर वे सही काम नहीं करेंगे, तो उन्हें “पब्लिक के जूते से” सिखाया जाएगा।
धमकी का खुलासा और प्रतिक्रिया
मुरादाबाद के कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित क्षत्रिय महासभा के कार्यक्रम में Sangeet Som ने अधिकारियों को सीधे तौर पर धमकी दी। उन्होंने कहा, “हाँ, मैंने ही अधिकारियों को धमकाया था। अगर वे कानून का पालन नहीं करेंगे, तो मैं जनता के जूते से उन्हें सिखाऊंगा।”
सोम का यह बयान उस ऑडियो से संबंधित है, जिसमें वे अधिकारियों को चुनाव से उठाने और दिमाग “ठीक” करने की बात कर रहे हैं। यह धमकी उनके पिछले विवादास्पद बयानों की श्रृंखला में एक नया अध्याय जोड़ती है, जिसने राजनीति में एक नई गर्मी ला दी है।
कन्नौज में बारिश का कहर: छत गिरने से परिवार में तबाही, दो बच्चों की गई जान
सपा प्रमुख का निशाना
इस विवादास्पद ऑडियो पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए पूछा, “उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता की धमकीभरी भाषा किससे प्रेरित है? यह बताने की जरूरत है क्या?” उनके इस ट्वीट ने मामला और गरम कर दिया है। अखिलेश ने वीडियो भी साझा किया, जिसमें सोम कह रहे हैं कि अगर कोई गड़बड़ हुई, तो वे दिमाग ठीक कर देंगे।
उप्र के भाजपा के नेता जी की धमकीपूर्ण अभद्र भाषा किससे प्रेरित है, कहने की ज़रूरत है क्या?
जैसा जिसका होता हमजोली, वैसी उसकी होती बोली। pic.twitter.com/t2MD8WUvzR
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 29, 2024
Sangeet Som की राजनीति
Sangeet Som अक्सर अपने तेज-तर्रार बयानों के लिए जाने जाते हैं, और यह नया बयान भी उनकी राजनीतिक शैली को दर्शाता है। यह बयान उस समय आया है, जब उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण चुनावी घटनाक्रम चल रहे हैं, जिससे राजनीतिक माहौल में और भी गर्मी बढ़ गई है।
विपक्ष, विशेषकर समाजवादी पार्टी, इस बयान को एक बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है। अखिलेश यादव का ट्वीट इस बात का सबूत है कि वे इस अवसर का फायदा उठाने के लिए तैयार हैं।
आगे का मार्ग
Sangeet Som का यह बयान उत्तर प्रदेश की राजनीति में गंभीर चिंताएं पैदा करता है। यह प्रशासनिक ढांचे और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस पर कैसे प्रतिक्रिया देती है और क्या यह मामला आगामी चुनावों पर असर डालता है।
इससे साफ है कि यूपी की राजनीति में संगीत सोम का बयान एक नई बहस का कारण बन सकता है, और राजनीतिक पार्टियां इसे अपने तरीके से भुनाने का प्रयास करेंगी।