Ghaziabad news: लोनी से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने गौहत्या के मुद्दे पर अपनी ही सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अगर गौहत्या नहीं रुकी तो सरकार को बदलने के लिए (Ghaziabad) मजबूर होना पड़ेगा। मेरठ के योगीपुरम में श्रीमद् देवी भागवत कथा के दौरान उन्होंने गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग की और गौ रक्षा का संकल्प दिलाया। उन्होंने ऐलान किया कि 17 मार्च को दिल्ली में अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के नेतृत्व में शांतिपूर्ण आंदोलन होगा। उनके इस बयान से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
पहले भी उठा चुके हैं आवाज
नंद किशोर गुर्जर पहले भी गौहत्या को लेकर प्रशासन और सरकार पर सवाल खड़े कर चुके हैं। उन्होंने लोनी और आसपास के क्षेत्रों में गौहत्या के मामलों पर नाराजगी जताई थी और पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि यदि हालात नहीं सुधरे तो वह विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। उनका कहना था कि वह बिना किसी पद की परवाह किए गौ रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
बीजेपी प्रवक्ता की सफाई
बीजेपी प्रवक्ता अशोक पांडे ने इस बयान को Ghaziabad विधायक का निजी विचार बताते हुए कहा कि सरकार पहले ही गौहत्या रोकने के लिए सख्त कानून लागू कर चुकी है। उन्होंने कहा कि गौ संरक्षण के लिए योगी सरकार प्रतिबद्ध है और लगातार इस दिशा में काम कर रही है। उन्होंने यह भी माना कि नंद किशोर गुर्जर की भावना गौ माता की रक्षा को लेकर है, जो समाज में व्यापक समर्थन प्राप्त कर सकती है।
हिंदुत्व की राजनीति फिर गरमाई
उत्तर प्रदेश में हिंदुत्व और गौ रक्षा से जुड़े मुद्दों पर लगातार राजनीति हो रही है, और नंद किशोर गुर्जर का यह बयान इसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है। बीजेपी के भीतर इस बयान को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया है, लेकिन पार्टी नेतृत्व इस पर खुलकर कुछ भी कहने से बच रहा है। अब सबकी नजरें 17 मार्च को प्रस्तावित आंदोलन पर टिकी हैं कि इसका कितना असर देखने को मिलेगा और यह राजनीति को किस दिशा में ले जाएगा।