REPORT – (अभिषेक कश्यप)
उत्तर प्रदेश: 7 october 2024 को हमीरपुर जिले में एक बेहद दर्दनाक और शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। लोकलाज के डर से एक महिला ने अपने नवजात शिशु को झाड़ियों में फेंक दिया। सुबह के समय, जब कुछ लोग मॉर्निंग वॉक पर निकले हुए थे, तब उन्होंने झाड़ियों से बच्चे के रोने की आवाज सुनी और वहां पहुंचकर देखा कि एक नवजात शिशु झाड़ियों में पड़ा हुआ था। यह दृश्य देखकर राहगीर दंग रह गए और तुरंत आसपास के लोग वहां जमा हो गए।
यह घटना हमीरपुर जिले के राठ कोतवाली क्षेत्र के नहर बाईपास के पास की है। सुबह-सुबह, मॉर्निंग वॉक के लिए निकले लोगों ने झाड़ियों में पड़े नवजात शिशु को देखा। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग वहां इकट्ठा हो गए। लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित निकालकर अस्पताल भिजवाया। नवजात शिशु को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है।
राहगीरों का कहना है कि उन्होंने बच्चे को देखकर तुरंत कार्रवाई की, जिससे बच्चे की जान बचाई जा सकी। स्थानीय नागरिकों के सतर्कता से इस बच्चे को नई जिंदगी मिल सकी है। बच्चे की हालत अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन यह घटना सभी को झकझोर कर रख देने वाली है। लोग इस घटना को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं और इस निर्दयी कृत्य की कड़ी निंदा कर रहे हैं।
राहगीर हासिम, जो सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे, ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले बच्चे की आवाज सुनी थी। उन्होंने कहा, “जब हम मॉर्निंग वॉक पर थे, तो अचानक बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी। पहले तो हमने ध्यान नहीं दिया, लेकिन आवाज बढ़ती गई, तो हम झाड़ियों की ओर गए और वहां नवजात शिशु को देखा। हमने तुरंत पुलिस को सूचित किया, और थोड़ी देर में एंबुलेंस आ गई।”
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, और महिला की पहचान करने की कोशिश की जा रही है, जिसने यह अमानवीय कार्य किया। स्थानीय लोग भी इस घटना से बहुत दुखी और क्रोधित हैं।
इस घटना ने समाज में महिलाओं के प्रति सोच और उनकी सुरक्षा के सवालों को भी खड़ा कर दिया है। हालांकि, स्थानीय नागरिकों और पुलिस की तत्परता से बच्चे को समय पर इलाज मिल सका, जिससे उसकी जान बच गई।