(इनपुट: मोहसिन खान)
Noida News: नोएडा डेस्क-पुरानी कहावत है कि ‘काठ की हांडी केवल एक बार ही चढ़ती है’ यानि बात बिल्कुल आईने की तरह साफ़ है कि एक बार विश्वास टूटा तो फिर दोबारा जल्दी से कायम नहीं होता। दरअसल मुस्लिम समुदाय की थूक जिहाद, मूत्र जिहाद की वायरल वीडियो और लव जिहाद की ख़बरों के बाद हिन्दु समुदाय नज़रिया लगातार बदलता जा रहा है, इसके पीछे की बड़ी वजह ये है कि नाम और पहचान छिपाकर धार्मिक आस्थाओं को चोट पहुंचाई जा रही है और धोखाधड़ी भी हो रही है।
लोगो ने युवको को दौड़ा दौड़ा कर पीटा
अब लव जिहाद का एक ओर नया पैंतरा सामने आया, समुदाय विशेष के युवकों ने धार्मिक आयोजनों में भी घुसपैंठ शुरू कर दी है, नाम और पहचान छिपाकर मुस्लिम समुदाय के युवक इन दिनों चल रहे शारदीय नवरात्र के आयोजनों डंडिया और गरबा में पहुंच रहे है। किसी को शक ना हो इसलिए माथे पर तिलक तक लगा रहे है, शुक्रवार को कानपुर के स्वरूप नगर में चल रहे डांडिया कार्यक्रम में तिलक लगाकर पहुंचे समुदाय विशेष के युवकों को शक होने पर आयोजकों ने पकड़ लिया, उनसे पूछताछ की तो सही से जवाब नहीं दे पाए, आधार कार्ड मांगा गया, लेकिन आधार कार्ड दिखाने में भी उन्होंने आनाकानी की, जिसके बाद कार्यक्रम में मौजूद लोगो ने युवको को दौड़ा दौड़ा कर पीटा।
ऐसे हुआ ‘डांडिया जिहाद’ का खुलासा
दरअसल मध्य प्रदेश में नवरात्र के दिनों में भोपाल, इंदौर और रतलाम सहित कई शहरों में गरबा के बड़े आयोजन होते है और उनमें ज्यादातर आयोजक मुस्लिम होते थे, लिहाज़ा हिन्दु संगठनों ने इस बार मुस्लिमों के द्वारा देवियों की स्थापना कर गरबा के आयोजन पर एतराज़ जताया और मामले की शिकायत शासन और स्थानीय प्रशासन से की, जिसके बाद मुस्लिमों द्वारा किए जाने वाले गरबा के आयोजन को कैंसिल कर दिया गया और पुलिस प्रशासन ने आयोजन स्थल से टेंट उखाड़ दिए और प्रचार प्रसार के लिए बैनर और पोस्टर को हटा दिया। इसके साथ ही हिन्दु संगठनों ने यहां तक कह दिया कि किसी भी धार्मिक आयोजन में आने वाले लोगो को गोमूत्र और पंचगव्य का सेवन कराया जाए और उनके माथे पर तिलक लगाया जाए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
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कौन है इन लव जिहादियों का ‘आका’
लव जिहाद के नए नए पैंतरें निकाल रहे विशेष समुदाय के लोग समाज और कानून के लिए बड़ी चुनौती बने हुए है, क्योंकि इससे ना केवल कानून व्यवस्था के स्थिति पैदा होती है बल्कि दो समुदाय के बीच टकराव होने के हालात भी पैदा हो जाते है। ऐसे में ज़ाहिर है कि ऐसे लोगो के खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाए और उनसे सख्ती से पूछताछ की जाए ताकि वो नाम सामने आ सके जो पर्दे के पीछे से बैठकर ऐसे लोगो को शह दे रहे है। क्योंकि इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए कि लव जिहादियों का कोई ना कोई तो आका है, जो लगातार अपने नापाक मंसूबों को पूरा कराने की कोशिश कर रहा है। सवाल ये भी है कि कहीं इनके पीछे बांग्लादेश से रोहिंग्या तो नहीं है, क्या ऐसे लोगो को कही बाहर दूसरें देशों से फंडिंग तो नहीं की जा रही है, इन तमाम सवालात के जवाब ही लव जिहाद के जाल को काट सकते है।