कॉल सेंटर में छह कर्मचारी रहेंगे तैनात
बता दें कि, कॉल सेंटर का संचालन नोएडा प्राधिकरण के कर्मचारी नहीं करेंगे। कॉल सेंटर चलाने की जिम्मेदारी एक निजी एजेंसी को दी जाएगी। कॉल सेंटर में छह कर्मचारी तैनात रहेंगे। जो सभी कार्य दिवसों में सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक लोगों की समस्याएं सुनेंगे, उन्हें नोट करेंगे और संबंधित विभाग को भेजेंगे। इस कॉल सेंटर में बिल्डिंग प्लान, लैंड यूज, सड़क और पार्क की समस्या, संपत्ति आवंटन और लोगों की सुविधाओं से जुड़ी सभी शिकायतें दर्ज की जाएंगी।
शिकायतकर्ताओं को मिलेगी फोन पर अपडेट
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि कॉल सेंटर में लोगों को फोन, एसएमएस या ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज कराने की सुविधा दी जाएगी। कॉल सेंटर में दर्ज की गई किसी भी शिकायत को निवारण के लिए संबंधित विभाग को भेजा जाएगा। विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में भी शिकायत करने वाले लोगों को फोन पर अपडेट किया जाएगा। नोएडा अथॉरिटी के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य नागरिकों से बातचीत को सरल बनाना है। कॉल सेंटर के लिए चुनी गई एजेंसी के पास कम से कम पांच साल का अनुभव होना चाहिए। इसके साथ ही सरकारी संगठनों के लिए तीन समान परियोजनाओं को लागू करने का अनुभव भी होना चाहिए।
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