Noida Breaking : नोएडा के सेक्टर-62 में स्थित भूटानी बिल्डर के एक निर्माणाधीन प्रोजेक्ट पर बिल्डिंग की शीशे की सफाई के दौरान ट्राली की एक रस्सी अचानक टूट जाने से दो मजदूरों की जान खतरे में पड़ गई। गनीमत यह रही कि मजदूरों की रस्सी ट्राली से बंधी थी, जिससे वे नीचे गिरने से बच गए. मजदूरों ने कोई भी सेफ्टी उपकरण नहीं पहन रखे थे, एक बडा हादसा होते-होते टल गया।
घटना के समय मजदूरों ने कोई सेफ्टी उपकरण नहीं पहन रखा था, जिससे उनकी जान जोखिम में थी। ट्राली की रस्सी टूटने से दोनों मजदूर हवा में लटक गए, लेकिन उनकी खुद की रस्सी ट्राली से बंधी होने के कारण वे नीचे गिरने से बच गए।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
घटनास्थल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि दो मजदूर ट्राली पर बैठकर बिल्डिंग के शीशे साफ कर रहे हैं। जैसे ही ट्राली एक तरफ टेढ़ी हो जाती है, मजदूरों ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया।
https://twitter.com/1shivtyagi/status/1839917449564524572
घटना के दौरान इमारत की छत पर मौजूद अन्य मजदूरों ने फंसे हुए मजदूरों की मदद की। उन्होंने धीरे-धीरे रस्सियों को खींचकर दोनों को सुरक्षित ऊपर खींच लिया। यह सहयोग इस बात का प्रमाण है कि कठिन परिस्थितियों में भी सहानुभूति और एकता महत्वपूर्ण है।
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सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान
इस घटना ने निर्माण स्थलों पर मजदूरों की सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर किया है। इन मजदूरों के लिए उचित सुरक्षा उपकरणों और प्रशिक्षण की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ टल सकें। इसे ध्यान में रखते हुए, निर्माण कंपनियों को अपनी सुरक्षा प्रथाओं पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।
इस घटना ने निर्माण श्रमिकों की सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया है। उचित सुरक्षा उपायों की कमी से न केवल मजदूरों की जान को खतरा होता है, बल्कि इससे उनके परिवारों की सुरक्षा पर भी असर पड़ता है। इसलिए, निर्माण परियोजनाओं में सुरक्षा मानकों को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।