Noida News: नोएडा के सेक्टर-62 में एक आईटी कंपनी के मालिक ने अपने कर्मचारियों के नाम पर फर्जी कंपनियां खोलकर साइबर ठगी का ऐसा नेटवर्क खड़ा किया। जिसमें देशभर के 114 केस जुड़े हुए हैं। डेटा से खेलकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाला यह शातिर आरोपी इंटरनेशनल ठगों से जुड़ा निकला जो ठगी की रकम दुबई और कंबोडिया भेजता था।
कैसे हुआ खुलासा ?
DCP साइबर प्रीति यादव ने बताया कि कानपुर निवासी अंकित अरोड़ा के खिलाफ एक महिला से 34 लाख रुपये की ठगी का मामला दर्ज हुआ था। पुलिस ने मामले की जांच के दौरान आरोपी को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि आरोपी “DG Survey” नाम से एक आईटी कंपनी चला रहा था जो डेटा जुटाने और डिजिटल मार्केटिंग का काम करती थी।
यह भी पड़े: Sambhal Violence: विदेशी कारतूस मिलने पर जांच एजेंसियां सतर्क, आतंकवादी संगठनों से जुड़े तार
फर्जी कंपनियां और ठगी का तरीका
अंकित अपनी कंपनी के कर्मचारियों को दूसरी कंपनियों में बड़े पद देने का झांसा देकर उनके दस्तावेजों का इस्तेमाल फर्जी कंपनियों के लिए करता था। इन कंपनियों के बैंक खाते ठगी के लिए उपयोग किए जाते थे। आरोपी निवेश के नाम पर ठगी करने वाले गिरोहों को ये खाते उपलब्ध कराता था और इसके बदले 1 से 5 फीसदी कमीशन लेता था।
ठगी की रकम विदेश भेजने का खुलासा
गिरफ्तारी के बाद पुलिस को आरोपी के पास से चार बैंक खातों की जानकारी मिली है। शुरुआती जांच में पता चला है कि ठगी से कमाई गई रकम इंटरनेशनल कुरियर के जरिए दुबई और कंबोडिया भेजी जाती थी।
इसे भी पड़े: Kanpur News: पुलिस भर्ती में चंद नम्बर से फेल होने पर छात्रा ने ऐसे किया लाइफ का “The End”
देशभर में 114 केस जुड़े
जिस अकाउंट से पुलिस आरोपी तक पहुंची उस पर देशभर में 114 मामले दर्ज हैं। पुलिस को शक है कि आरोपी की IT company ठगी के लिए डेटा उपलब्ध कराने में भी शामिल है। पुलिस अब आरोपी के पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है। इस मामले में उन कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है जिनके दस्तावेजों का इस्तेमाल फर्जी कंपनियों के लिए किया गया। पुलिस का मानना है कि यह मामला देशभर में ठगी के कई अन्य मामलों से जुड़ा हो सकता है।