Noida News: नोएडा (सेक्टर 52) में एक बार फिर प्राधिकरण की लापरवाही के कारण एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। सेक्टर 52 के खुले नाले में गिरने से एक युवक की मौत हो गई। यह घटना रविवार शाम की बताई जा रही है, जब युवक गलती से नाले में गिर गया।
हादसे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। मृतक की पहचान रोहित के रूप में हुई है, और उसके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
हादसे के बाद इलाके में हड़कंप
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक गलती से सेक्टर 52 के खुले नाले में गिर गया। आसपास के लोगों ने घटना होते ही शोर मचाया और तुरंत पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। काफी मशक्कत के बाद युवक का शव नाले से बाहर निकाला गया।
नोएडा प्राधिकरण की लापरवाही उजागर
यह हादसा नोएडा (Noida News) प्राधिकरण की लापरवाही को उजागर करता है, क्योंकि सेक्टर 52 में नाला बिना किसी सुरक्षा उपायों के खुला हुआ था। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन से शिकायत की गई थी कि खुले नालों को कवर किया जाए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस लापरवाही की कीमत एक परिवार को अपने बेटे की जान गंवाकर चुकानी पड़ी है।
ये भी पढ़ें : योगीजी देख लो! स्मार्ट सिटी में कितनी महफूज है महिला
मृतक की पहचान रोहित के रूप में
मृतक युवक की पहचान रोहित के रूप में की गई है। सेक्टर 24 थाना पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और घटना की जांच की जा रही है। पुलिस यह भी देख रही है कि दुर्घटना के पीछे कोई अन्य कारण तो नहीं है।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
हादसे के बाद रोहित के परिवार में मातम का माहौल है। परिवार के सदस्य घटनास्थल पर पहुंचते ही अपने प्रियजन को खोने के गम में टूट गए। रोहित के परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और न्याय की मांग की है।
स्थानीय लोगों का प्रशासन के खिलाफ गुस्सा
इस हादसे के बाद स्थानीय निवासियों में भी आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि नाले को बंद करने के लिए कई बार प्रशासन से अनुरोध किया गया था, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। अब जब यह दर्दनाक घटना हो चुकी है, तो लोगों का प्रशासन पर गुस्सा फूट पड़ा है और उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
इस घटना ने नोएडा प्राधिकरण की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वह जल्द से जल्द खुले नालों को बंद करने की दिशा में ठोस कदम उठाए, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।