Noida News: उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम (UPRNN) में तैनात अपर परियोजना प्रबंधक राजवीर सिंह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लखनऊ विजिलेंस टीम ने उनके विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में दर्ज मुकदमे के संदर्भ में की गई। विजिलेंस टीम ने एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की जिसमें सेक्टर 105 स्थित आवास और सेक्टर 63 स्थित राजकीय निर्माण निगम कार्यालय (आरएन सिंह) इसके साथ ही करीब 4 अन्य ठिकाने शामिल हैं।
क्या है यह मामला?
बता दें कि, साल 2019 का यह मामला उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के तत्कालीन अपर परियोजना प्रबंधक राजवीर सिंह के घर पर विजिलेंस विभाग ने छापेमारी कर दस्तावेज बरामद किए हैं। विजिलेंस विभाग ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में राजवीर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। विभाग ने पाया कि उनके पास आय से अधिक संपत्ति है। पद पर रहते हुए राजवीर सिंह ने 1,78,27,143 रुपये कमाए। जबकि उन्होंने इनके रखरखाव पर 2,67,32,462 रुपये खर्च किए। जांच में पता चला कि उन्होंने अपनी आय से 89,05,319 लाख रुपये अधिक खर्च किए। जांच में इस पैसे के स्रोत का पता नहीं चल पाया। इसी क्रम में विजिलेंस टीम ने नोएडा स्थित उनके आवास पर छापा मारा और दस्तावेज जब्त किए।
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भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
यह छापेमारी भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की एक बड़ी कार्रवाई का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच को आगे बढ़ाना है। विजिलेंस टीम द्वारा की जा रही यह कार्रवाई सरकारी कर्मचारियों में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाती है। इस मामले में आगे की जांच जारी है और विभाग द्वारा मिले सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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