क्या है पूरा मामला?
ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2005 में बहलोलपुर निवासी सुखराम की पत्नी किन्नी ने अपना असली पता और पति का नाम बदलकर सौहरखा ग्राम सभा के खसरा संख्या 878 की 36 बीघा जमीन को राजस्व अभिलेखों में कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर दो फर्जी बैनामों के जरिए पुलकित जैन, सुशील गोयल, विपुल जैन के नाम दर्ज करा लिया। उक्त क्रेता और विक्रेता दोनों ने एक सोची समझी रणनीति के तहत इस घोटाले को अंजाम दिया। दादरी तहसील के उक्त मामले की पूरी जानकारी होने के बावजूद थाने में भूमाफियाओं के खिलाफ कोई रिपोर्ट तक दर्ज नहीं कराई गई।
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खेल के मैदान की जमीन पर कब्जे की कोशिश
साल 2008 में उक्त व्यक्तियों के नाम केवल राजस्व अभिलेखों से हटाए गए थे तथा ग्राम सभा में पूर्व की भांति दर्ज कर मामले को समाप्त कर दिया गया था। लेकिन अब एक बार फिर 25 वर्ष बाद उक्त भूमाफिया पिछले दो माह से देर रात सुरक्षा गार्डों को दरकिनार कर खेल के मैदान की जमीन पर कब्जे की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने रविवार रात को खेल के मैदान की तार फेंसिंग काट दी तथा खंभे भी गिरा दिए, जिसे देखकर सोमवार सुबह ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा तथा उन्होंने तत्काल सेक्टर 113 थाने पहुंचकर उक्त लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की शिकायत की। इस संबंध में ग्रामीणों ने संबंधित लेखपाल मनवीर भाटी को भी अवगत कराया तथा तहसील स्तर से भी उक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
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