भाकियू ने की शिक्षक प्रकोष्ठ की स्थापना
मुजफ्फरनगर(यूपी)। किसानों के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाने वाली भारतीय किसान यूनियन अब किसानों के साथ-साथ शिक्षकों के मुद्दों पर भी सरकार और अफसरशाही को घेरती दिखाई देगी। बुद्धवार को भारतीय किसान यूनियन ने अपने शिक्षक प्रकोष्ठ की भी स्थापना कर दी। जाहिर है कि इससे जहां अब किसान यूनियन के आंदोलन में किसानों के अलावा शिक्षकों की भी भागेदारी बढ़ेगी, वहीं सरकार और अफसरशाही पर भाकियू का दवाब भी पहले से ज्यादा होगा।
राकेश टिकैत की मौजूगदी में स्थापना
बुधवार को भारतीय किसान यूनियन ने मुजफ्फरनगर में शिक्षक प्रकोष्ठ की स्थापना कर दी है, हजारों की तादाद में स्थापना समारोह के अवसर पर शिक्षक और शिक्षिका मौजूद रही। मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत, प्रदेश महासचिव जहीर फारुकी, मुजफ्फरनगर जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे। स्थापना समारोह में कृषक और शिक्षक जिंदाबाद और शिक्षक कृषक एकता के नारों से पूरा कार्यक्रम स्थल गूंजता रहा।
मुजफ्फरनगर में बनाई पहली प्रदेश-जिला कमेटी
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने मंच से प्रदेश अध्यक्ष मुजफ्फरनगर जिला अध्यक्ष और जिला मंत्री को नियुक्ति पत्र देकर प्रकोष्ठ की घोषणा की और शिक्षकों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की दिक्कत शिक्षकों को नहीं आने देंगे, आप राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं अपना काम काम गम्भीरता के साथ करते रहें। चौधरी राकेश टिकैत ने कहा यह पूरा देश इकट्ठा होगा, शिक्षक देश के निर्माणकर्ता है और किस अनाज उत्पादन करता है, ये सब एक जगह आएंगे क्योंकि जब लोग त्रस्त होते हैं तो इकट्ठा हो जाते हैं, उनकी जो भी समस्या होगी हम उन्हें उठाने का काम करेंगे।
‘शिक्षक-ग्राम उत्थान के लिए करेंगे काम’
शिक्षकों के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने भी कहा की आज मुझे शिक्षक प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और मैं यकीन दिलाता हूं भारतीय किसान यूनियन के अनुशासन को मानते हुए शिक्षक उत्थान के लिए और ग्राम समाज के लिए काम करूंगा, और जहां भी दिक्कत आएगी हम खुशकिस्मत हैं कि जैसे महाभारत में श्री कृष्णा सारथी मिले थे हमें भी सारथी मिल गया है, इस मुहिम को हम पूरे जोश उत्साह के साथ पूरे देश में फैलाएंगे।