Phulpur UP BY- Election: यूपी उपचुनाव के तारीखो की घोषणा कर दी गई है। वहीं फूलपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद मुज्तबा सिद्दीकी ने बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस यह सीट सपा से मांग रही थी। सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव ने इस संबंध में कांग्रेस हाईकमान से बात भी की थी। तभी से आशंका जताई जा रही थी कि सपा यह सीट कांग्रेस को दे सकती है, लेकिन सपा उम्मीदवार के नामांकन के बाद अटकलों पर लगभग विराम लग गया है, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
मोहम्मद मुज्तबा सिद्दीकी ने किया नामांकन दाखिल
अपना नामांकन दाखिल करने के बाद सपा उम्मीदवार मोहम्मद मुज्तबा सिद्दीकी ने कहा है कि पार्टी हाईकमान से उन्हें कोई संदेश नहीं मिला है। नामांकन के बाद उन्होंने अपनी जीत का दावा भी किया। उन्होंने कहा कि वह भारत गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर उपचुनाव लड़ेंगे। गठबंधन के दलों से भी उन्हें पूरा समर्थन मिल रहा है। मुज्तबा सिद्दीकी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में सपा को फूलपुर सीट पर 18 हजार वोटों की बढ़त मिली थी। इसलिए उपचुनाव में उनकी जीत का अंतर और ज्यादा बढ़ेगा।
कांग्रेस ने फूलपुर सीट पर ठोका था दावा
बता दें कि, सपा प्रत्याशी मोहम्मद मुज्तबा सिद्दीकी के नामांकन में सपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज, विधायक संदीप पटेल, विधायक गीता पासी, विधायक विजमा यादव, एमएलसी मानसिंह यादव समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। दरअसल, कांग्रेस ने मझवां और फूलपुर विधानसभा सीट पर अपना दावा ठोका था, लेकिन सपा के बड़े नेताओं की मौजूदगी इस बात का संकेत दे रही है कि सपा किसी भी हालत में फूलपुर सीट नहीं छोड़ने वाली है।
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कांग्रेस अध्यक्ष ने अखिलेश यादव से की थी बात
कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी के सामने गाजियाबाद और खैर के साथ फूलपुर सीट या दोनों में से किसी एक सीट की नई मांग रखी है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को फूलपुर की मांग से अवगत करा दिया है। अभी यह तय नहीं है कि सपा प्रमुख कांग्रेस की मांग मानेंगे या नहीं। वहीं, सपा सूत्रों ने बताया कि सीट बंटवारे को लेकर गतिरोध खत्म करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को सपा प्रमुख से फोन पर बात की थी।
सपा ने सात उम्मीदवारों के नामों की कर चुकी घोषणा
दरअसल, उत्तर प्रदेश में विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों के लिए कांग्रेस और उसकी सहयोगी समाजवादी पार्टी के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर तनातनी जारी है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस का मानना है कि समाजवादी पार्टी की ओर से दी गई सिर्फ दो सीटों पर चुनाव लड़ने के बजाय मुकाबले से हट जाना बेहतर होगा। समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें गाजियाबाद और खैर की पेशकश की है, जबकि कांग्रेस ने पांच सीटों की मांग की थी। अखिलेश यादव की अगुआई वाली पार्टी पहले ही सात उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।