Pakistan High Commission cake controversy: दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर उस समय हलचल मच गई जब एक युवक को बड़ा केक लेकर दूतावास में प्रवेश करते देखा गया। यह घटना पहलगाम में हुए आतंकी हमले के महज कुछ ही घंटों बाद सामने आई, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। ऐसे समय में जब पूरा देश शोक में डूबा है और भारत-पाकिस्तान संबंध चरम तनाव पर हैं, इस घटना ने सोशल मीडिया पर गुस्से की लहर दौड़ा दी है।
- विज्ञापन -🚨 SHAMEFUL! A cake was brought to the Pakistan High Commission, Delhi.
— Celebration of Pahalgam terror attack…? pic.twitter.com/Lt1ij4lFIi
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) April 24, 2025
घटना का वीडियो वायरल होते ही यूज़र्स ने तीखे सवाल उठाए। लोगों का कहना है कि जब देश अपने नागरिकों की मौत पर दुखी है, तो Pakistan के उच्चायोग में केक क्यों पहुंचाया गया? क्या यह किसी जश्न का हिस्सा था? एक यूज़र ने लिखा, “इतने बड़े हमले के बाद केक? अगर यह उत्सव नहीं था, तो मीडिया और जनता से इतनी गोपनीयता क्यों?”
इस मामले पर Pakistan उच्चायोग की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। दिल्ली पुलिस भी इस पर चुप है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने इसे एक निजी समारोह बताया है, लेकिन समय और हालातों को देखते हुए यह तर्क लोगों को स्वीकार्य नहीं लग रहा। खासकर तब, जब भारत ने सिंधु जल संधि निलंबित कर पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दे दिया है।
भारत सरकार ने पहलगाम हमले के बाद तीव्र प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के साथ कई राजनयिक कदम उठाए हैं। सैन्य राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश देने से लेकर सिंधु नदी के पानी के बंटवारे की संधि को निलंबित करने तक, भारत ने स्पष्ट किया है कि अब वह पाकिस्तान की गतिविधियों को नजरअंदाज नहीं करेगा।
हमले की जिम्मेदारी ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ संगठन माना जाता है। हमले में कई पर्यटक मारे गए, जिनमें तमिलनाडु के नागरिक भी शामिल हैं। राज्य के मुख्यमंत्री ने इसे बर्बर कृत्य बताया है और पीड़ित परिवारों की सहायता के निर्देश दिए हैं।
इस बीच, Pakistan उप-प्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत की प्रतिक्रिया को “जल्दबाजी” बताया, लेकिन केक वाली घटना पर उनकी चुप्पी भी कई सवाल खड़े करती है। क्या यह वास्तव में एक संयोग था, या फिर भारत की संवेदनाओं पर ठहाका? जवाब अभी बाकी है।