सुमित विजयवर्गीय
कासगंज: जनपद के लोगों को डायलेसिस के लिए अब दूसरे शहरों मे जाने की जहमत नही उठानी पड रही है।क्यो कि डायलेसिस की सुविधा विगत 12 जुलाई 2022 से जिला अस्पताल में भी उपलब्ध हो चुकी है।जिससे प्रतिदिन कई रोगी निशुल्क डालेसिस सुविधा का लाभ ले रहे है।
वैसे तो जिले में कई स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है, लेकिन यह स्वास्थ्य सुविधा लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रही हैं।जिन लोगों को डायलेसिस की जरूरत है उन्हें कासगंज में ही इसका लाभ मिल जाता है। डायलेसिस ऐसी प्रक्रिया है जो शरीर में अनुपयोगी होते खून को निकालकर नया खून प्रदान करती है।
किन रोगों मे डायलेसिस की जरूरत
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किडनी फ़ेलियर या अंतिम चरण की गुर्दे की बीमारी (ईएसआरडी) में डायलिसिस की ज़रूरत होती है।किडनी फ़ेलियर तब होता है,जब गुर्दे शरीर की ज़रूरतों को पूरा नहीं कर पाते।डायलिसिस की ज़रूरत इन स्थितियों में हो सकती है।हालांकि डायलिसिस की मदद से मरीज़ 20 साल तक जीवित रह सकते हैं।
क्या है डायलेसिस प्रक्रिया
डा. विशाल माहेश्वरी, डायलेसिस यूनिट प्रभारी के अनुसार जिला अस्पताल में डायलेसिस की प्रक्रिया खून की जांच के बाद प्रारम्भ होती है।यदि बिना जांच पुरानी रिपोर्ट के आधार पर डायलेसिस कर दी जाए तो रोगी के लिए जान जोखिम मे जा सकती है।
प्रतिदिन कितने रोगी ले रहे लाभ
जिला अस्पताल में डायलेसिस सुविधा का लाभ प्रतिदिन 30 मरीज ले रहे है। इसके लिए वर्तमान मे 10 मशीने मौजूद है।जो कि मरीजो की संख्या अधिक होने के चलते कम है।मशीनो की कमी के चलते 5 मरीज बेटिंग में चल रहे है।