Pratapgarh News: जिले की पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है जो बैंक खातों से चालाकी के साथ रकम उड़ा देता था और खाताधारकों को इसकी भनक तक नहीं लगने देता था। प्रतापगढ़ से एक चौकाने वाली धटना सामने आई है। बताया जा रहा है की पुलिस ने गिरोह के सरगना अनिल कुमार और उसके साथी प्रेम पाल को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और उनके पास से ठगी में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
कैसे करते थे ठगी?
पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी Union Bank के Business Correspondent (BC) के रूप में काम करते थे। जिससे उन्हें बैंक खाताधारकों की निजी जानकारी तक पहुंच थी। ये आरोपी उन खातों को निशाना बनाते थे जिनमें बड़ी धनराशि जमा होती थी। इन खातों में धोखाधड़ी से अपना या अपने साथी का मोबाइल नंबर लिंक कर देते थे और फिर उस नंबर से UPI ID बनाकर रकम ट्रांसफर कर लेते थे।
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इसके लिए आरोपी डिजिटल उपकरणों जैसे फिंगर स्कैनर और लैपटॉप का इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने उनके पास से एक लैपटॉप, फिंगर स्कैनर डिवाइस, एटीएम कार्ड, पासबुक और पैन कार्ड बरामद किया है।
2.28 लाख रुपये की ठगी का खुलासा
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) संजय रॉय ने बताया कि आरोपियों ने अब तक 2.28 लाख रुपये की ठगी की है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और उनकी करतूतों का खुलासा हुआ। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने शहरवासियों से अपील की है कि वे साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क रहें। यदि किसी को कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत साइबर क्राइम थाने या 112 नंबर पर संपर्क करें।
पुलिस की सलाह
किसी को भी अपने बैंक खातों की जानकारी साझा न करें। बैंक में मोबाइल नंबर बदलवाने की प्रक्रिया को खुद ही करें।यदि कोई संदिग्ध कॉल या मैसेज प्राप्त हो, तो तुरंत संबंधित बैंक या पुलिस को सूचित करें।
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