RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने पांच साल बाद RBI Repo Rate में कटौती करने का फैसला लिया है। आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने तीन दिवसीय बैठक के बाद रेपो रेट को 6.5% से घटाकर 6.25% करने की घोषणा की। इससे पहले फरवरी 2023 से ब्याज दरें स्थिर थीं। अब इस कटौती के बाद होम और कार लोन सस्ते होने की उम्मीद है, जिससे आम लोगों की EMI में राहत मिलेगी। हालांकि, बैंक अपनी नीतियों के अनुसार ब्याज दरों में बदलाव करेंगे, इसलिए इसका पूरा लाभ ग्राहकों को किस हद तक मिलेगा, यह देखना होगा।
EMI पर पड़ेगा सीधा असर
RBI Repo Rate में कटौती के चलते होम और कार लोन की मासिक किश्तें कम हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, अगर किसी व्यक्ति ने 50 लाख रुपये का होम लोन 8.5% की ब्याज दर पर 20 साल के लिए लिया है, तो उसकी मौजूदा EMI 43,391 रुपये थी। अब 0.25% कटौती के बाद ब्याज दर 8.25% हो जाएगी, जिससे EMI घटकर 42,603 रुपये हो जाएगी। यानी हर महीने 788 रुपये और सालाना करीब 9,456 रुपये की बचत होगी।
इसी तरह, अगर किसी ने 5 लाख रुपये का कार लोन 12% ब्याज दर पर लिया है, तो उसकी EMI 11,282 रुपये है। ब्याज दर में 0.25% की कमी के बाद EMI घटकर 11,149 रुपये हो जाएगी। इससे हर महीने 133 रुपये और सालाना 1,596 रुपये की बचत होगी।
कटौती की वजह और संभावित असर
विशेषज्ञों के मुताबिक, महंगाई दर नियंत्रण में रहने और आर्थिक विकास को गति देने के लिए यह फैसला लिया गया है। दिसंबर 2024 में खुदरा महंगाई दर (CPI) 5.2% थी, जो आगे 4.5% से 4.7% के बीच रहने की संभावना है। साथ ही, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए GDP वृद्धि दर 6.4% रहने का अनुमान है, जो पिछले साल के 8.2% से कम है। इन वजहों से आरबीआई ने रेपो रेट घटाने का फैसला किया।
ग्राहकों को कितना फायदा?
ब्याज दरों में कटौती से होम और कार लोन लेने वालों को राहत मिलेगी और नए कर्ज सस्ते हो सकते हैं। हालांकि, यह पूरी तरह इस पर निर्भर करेगा कि बैंक अपनी ब्याज दरों में कितनी कटौती करते हैं। इससे बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।