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Thursday, October 17, 2024
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महिला ‘एसीपी’ का रियल्टि चेक, महिला सुरक्षा को लेकर कर दिया ये काम

मोहसिन खान

आगरा– महिला सुरक्षा को लेकर यूपी की योगी सरकार बेहद संजीदा और उसका असर भयमुक्त और अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश में दिखाई दे रहा है, जबकि आगरा पुलिस ने तो महिला सुरक्षा को लेकर एक नया प्रयोग किया है और उसको अमली जामा भी पहना दिया गया है। बता दें कि आगरा में वूमेन सेफ़ ज़ोन बनने है और इसको लेकर पुलिस कमिश्नर आगरा जे. रविन्द्र गौड़ ने गाइडलाइन जारी कर दी है। ग्राउंड लेवल पर वूमेन सेफ़ जोन की हकीकत को जानने के लिए एसीपी सुकन्या शर्मा देर रात अंधेरें में अकेले ही सादे कपड़ों में निकल पड़ी सुनसान रास्तों पर ये जानने के लिए पुलिस ने जो नया प्रयोग किया है वो ज़मीनी स्तर पर कितना कारगर है। बड़ी बात ये है कि एसीपी सुकन्या शर्मा का रियल्टि चेक परफेक्ट निकला।

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एसीपी सुकन्या शर्मा देर रात अंधेरें में अकेले ही सादे कपड़ों में निकल पड़ी सुनसान रास्तों पर ये जानने के लिए पुलिस ने जो नया प्रयोग किया है वो ज़मीनी स्तर पर कितना कारगर है।

क्या हुआ था उस रात, जब सुनसान रास्ते पर थी ‘एसीपी’

शुक्रवार रात तकरीबन 11.30 बजे एसीपी सुकन्या शर्मा ने एक आम लड़की बनकर सदर बाज़ार से पुलिस कंट्रोल रूम 112 पर कॉल किया और कहा कि वो अकेली है, ‘सुनसान सड़क पर खड़ी है और उसको डर लग रहा है’ लड़की के इस सवाल पर कंट्रोल रूम ने पूछा कि आपको कहां जाना है…जवाब मिला आगरा कैंट, फिर कहा गया कि आप वेट करिए आप तक मदद पहुंच रही है, लेकिन आपको किराए का पेमेंट करना होगा, बातचीत के ठीक 15 मिनट बाद लड़की तक मदद पहुंच गई। लेकिन जैसे ही पुलिसकर्मी वहां पहुंचे तो पता चला कि कॉल करने वाली कोई आम लड़की नहीं बल्कि आगरा की एसीपी सुकन्या शर्मा है। उनके रियल्टि चेक में बातचीत करने के तरीके से लेकर रेस्पांस टाइम सबकुछ ठीक-ठाक मिला।

महिला सुरक्षा को लेकर ये आगरा पुलिस की प्लानिंग

आगरा के पुलिस कमिश्नर जे. रविन्द्र गौड़ की प्लानिंग ये है कि रात में 10 बजे से सुबह 6 बजे तक किसी भी महिला या युवती को किसी भी तरह की ज़रूरत पड़ती है, खासतौर से घर जाने के लिए कोई वाहन ना मिल रहा हो, घर से स्टेशन या फिर बस स्टैंड जाना हो तो वो 112 पर कॉल करके मदद मांग सकती है, वाहन की मांग कर सकती है। पुलिस वाहन की व्यवस्था करेगी, बस महिला या युवती को करना ये होगा कि उसको वाहन का किराया देना होगा बाकि सुरक्षा का जिम्मा आगरा पुलिस के कंधों पर होगा। पुलिस कमिश्नर आगरा की गाइडलाइन जारी होने के बाद आगरा कैंट और आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन पर करीब 100 ऑटो सत्यापित किए है और ये सब वूमेन सेफ्टी मिशन का हिस्सा है। सभी 100 ऑटो ड्राइवरों को खास वर्दी पहननी होगी, नेम प्लेट लगानी होगी। वहीं पुलिस के पास सभी ऑटो ड्राइवर का पूरा रिकॉर्ड है ताकि भविष्य में ज़रूरत पड़ने पर उनसे पूछताछ की जा सके।

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