Sambhal BJP leader murder: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की बेरहमी से हत्या कर दी गई। जुनावई थाना क्षेत्र के दफ्तरा गांव में उनके खेत पर तीन अज्ञात हमलावरों ने इस वारदात को अंजाम दिया। हमलावर पहले उनसे बातचीत करते रहे और फिर सही मौका देखकर उनके पेट में जहरीला पदार्थ डाल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। Sambhal पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि हत्या एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश का नतीजा थी, जिसके पीछे जुनावई ब्लॉक प्रमुख महेश यादव का हाथ था।
राजनीतिक रंजिश बनी हत्या की वजह
गुलफाम यादव भाजपा के एक प्रमुख नेता थे और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनका राजनीतिक प्रभाव काफी बढ़ चुका था। 2004 में उन्होंने समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता मुलायम सिंह यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिससे उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली। भाजपा में रहते हुए उन्होंने कई अहम पदों पर काम किया, जिनमें पश्चिमी यूपी इकाई के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष और राज्य कार्यकारी सदस्य शामिल हैं।
उनके परिवार की राजनीतिक पकड़ भी मजबूत थी। उनकी पत्नी जावित्री देवी डभौरा हिमाचल गांव की प्रधान हैं, जबकि उनके बेटे दिव्य प्रकाश यादव पहले जुनावई के ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। यही वजह थी कि महेश यादव को अपनी कुर्सी खतरे में नजर आने लगी।
₹5 लाख में दी थी सुपारी
Sambhal पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि महेश यादव ने सत्ता बचाने के लिए ₹5 लाख की सुपारी देकर हत्या करवाई। इस साजिश में छह अन्य लोग— धर्मवीर यादव, रवि यादव, मुकेश यादव, विकास, रामनिवास और सुधीर शामिल थे। इन सभी ने मिलकर गुलफाम यादव को मारने की योजना बनाई और जहरीले इंजेक्शन का इस्तेमाल किया।
पुलिस जांच में बड़ा खुलासा
Sambhal पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई के नेतृत्व में जांच तेजी से आगे बढ़ी। पोस्टमार्टम में जहर की पुष्टि नहीं हो सकी, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी और उनके बयानों से मामला साफ हो गया। इस घटना ने पूरे संभल जिले में सनसनी फैला दी और स्थानीय राजनीति में सत्ता संघर्ष और हिंसा के खतरनाक पहलू को उजागर किया।