Sanjay Nishad News: उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने हाल ही में आजमगढ़ में एक बयान दिया, जिसे लेकर विवाद उठ गया। उन्होंने कुछ अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वे जानबूझकर राज्य सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह बयान तब आया जब मंत्री की यात्रा के दौरान सुरक्षाकर्मियों से उनका विवाद हुआ था, खासकर जब वह डीआईजी आवास पर पहुंचे थे। उनका कहना था कि मछुआ समाज के लिए उनकी यात्रा को रोकने की कोशिशें की जा रही हैं, क्योंकि यह समाज उनके अधिकारों की लड़ाई में आगे बढ़ रहा है, और कुछ लोगों को यह नहीं भा रहा।
डॉ. संजय निषाद ने अपनी “संविधानिक अधिकार यात्रा” के संदर्भ में यह आरोप लगाए। यह यात्रा 30 नवंबर को सहारनपुर से शुरू हुई थी और अब तक 27 जिलों से होकर 28वें जिले में पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि यात्रा का मुख्य उद्देश्य मछुआ समाज को उनके संविधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। इस समाज को अनुसूचित जनजाति (ST) का आरक्षण नहीं मिला है, जो कि मंत्री के अनुसार, एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस कारण मछुआ समाज ने 2024 के लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन को समर्थन दिया, जिससे भारतीय जनता पार्टी (BJP) को नुकसान हुआ। उन्होंने भाजपा से आग्रह किया कि मछुआ समाज को आरक्षण दिलाने के लिए और कदम उठाए जाने चाहिए।
मंत्री Sanjay Nishad का आरोप था कि कुछ अधिकारी पूर्व सरकारों से प्रेरित होकर जानबूझकर निषाद समाज को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे ऋषि-मुनि यज्ञ करते समय दानव उसे रोकने की कोशिश करते थे, ठीक वैसे ही उनकी मछुआ आरक्षण यात्रा को भी रोकने की साजिश की जा रही है। मंत्री ने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान डीआईजी आवास पर सुरक्षाकर्मियों से विवाद हुआ, जिसके कारण मामला बढ़ गया। हालांकि, इसके बावजूद मंत्री ने यात्रा को जारी रखने का निर्णय लिया।
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इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मंत्री आपस में लड़ रहे हैं, और इसकी वजह से प्रदेश की जनता को परेशानी हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री आशीष पटेल द्वारा लगाए गए आरोपों से यह स्पष्ट हो गया कि सरकार के अंदर असंतोष है, जिससे सरकार की छवि पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। इस पर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया कि वे इस असंतोष को सुलझाएं।
वहीं, रायबरेली में राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि भाजपा एक परिवार की तरह काम करती है, और अगर किसी को कोई परेशानी है, तो उसे परिवार के अंदर हल किया जाएगा। उन्होंने आशीष पटेल के बयान को एक परिवारिक शिकायत मानते हुए कहा कि यह जल्दी सुलझ जाएगा।
आगे चलकर, मंत्री Sanjay Nishad ने प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी से इस विवाद की शिकायत करने का इरादा जताया है, ताकि मामले की जांच हो सके और यात्रा में कोई और व्यवधान न आए। उन्होंने यह भी कहा कि वे हमेशा निषाद समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहेंगे और किसी भी साजिश को विफल करने के लिए दृढ़ नायक बने रहेंगे।