Sanjay Nishad News: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में निषाद पार्टी के युवा कार्यकर्ता धर्मात्मा निषाद ने आत्महत्या कर ली। सुसाइड से पहले उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पार्टी अध्यक्ष संजय निषाद पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसे लेकर पार्टी में हलचल मच गई। धर्मात्मा ने आरोप लगाया कि पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने उनके साथ षड्यंत्र किया और उन्हें मानसिक दबाव में डालकर परेशान किया। इसके बाद संजय निषाद ने इन आरोपों का खंडन किया और मामले की निष्पक्ष जांच की अपील की।
Sanjay Nishad ने कहा कि धर्मात्मा का निधन उनके लिए बेहद दुखद है, लेकिन सोशल मीडिया पर जो टिप्पणी की गई है, वह पूरी तरह से गलत है। Sanjay Nishad का मानना है कि धर्मात्मा निषाद ऐसा कदम नहीं उठा सकते थे, क्योंकि वह हमेशा पार्टी के लिए समर्पित कार्यकर्ता थे। संजय ने आरोप लगाया कि यह साजिश उनकी और उनके परिवार की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हो सकती है। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि यह पता लगाना जरूरी है कि धर्मात्मा ने किस कारण से यह कदम उठाया और किन लोगों ने उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की।
Dharmatma Nishad suicide case: FIR में संजय निषाद और बेटे का नाम गायब, खुलासों से मचा हड़कंप
धर्मात्मा निषाद का परिवार और उनके करीबी लोग इस घटना को लेकर शोक में डूबे हुए हैं। परिवार का कहना है कि धर्मात्मा पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव का सामना कर रहे थे। उन्होंने पार्टी में अपनी भूमिका को लेकर असंतोष व्यक्त किया था, क्योंकि उन्हें एक साल से कोई पद नहीं दिया गया था। धर्मात्मा ने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि उन्हें राजनीतिक और सामाजिक दुश्मन बनाने की कोशिश की गई। उन्होंने अपनी बढ़ती लोकप्रियता के कारण कई मुकदमों का सामना किया, और इस वजह से बड़े नेताओं में बेचैनी बढ़ गई थी। उन्होंने बिना नाम लिए पार्टी के कुछ नेताओं पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने उन्हें कमजोर करने की कोशिश की थी।
इस मामले में पुलिस ने धर्मात्मा के शव का पोस्टमार्टम करवा लिया है और जांच जारी है। परिवार ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि असली कारण का पता चल सके। धर्मात्मा निषाद की मौत ने निषाद पार्टी की आंतरिक राजनीति को एक नई दिशा में मोड़ दिया है, और अब सभी की नजर इस मामले की निष्पक्ष जांच पर टिकी हुई है।