SA Cricket League: क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में सऊदी अरब ने क्रिकेट की दुनिया में एक नया कदम उठाने की योजना बनाई है। यह योजना एक हाई-प्रोफाइल ट्वेंटी-20 (टी20) क्रिकेट लीग स्थापित करने की है, जिसका प्रारंभिक बजट 8000 करोड़ रुपये (लगभग 950 मिलियन अमेरिकी डॉलर) है। इस लीग का उद्देश्य भारत की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को प्रतिस्पर्धा देने के साथ-साथ सऊदी अरब की वैश्विक खेल उपस्थिति को बढ़ाना है, जो किंगडम की विज़न 2030 के तहत अपनी अर्थव्यवस्था में विविधता लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
सऊदी अरब के इस प्रयास में फुटबॉल के अंतर्राष्ट्रीय प्रारूपों से प्रेरित होकर एक क्रिकेट लीग को डिज़ाइन किया जा रहा है। इसमें पूर्व फुटबॉल कार्यकारी डैनी टाउनसेंड के साथ सहयोग किया जा रहा है, जो खेल उद्योग में एक प्रमुख नाम हैं। इसके अलावा, सऊदी सरकार ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ प्रारंभिक बातचीत शुरू की है, ताकि लीग को सफल बनाने के लिए क्रिकेट प्रशासन और खिलाड़ी विकास में अनुभव का लाभ लिया जा सके। इस लीग के लिए वित्तीय समर्थन किंगडम के पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड (PIF) से मिलने की उम्मीद है, जो पहले से ही फुटबॉल, गोल्फ, और फॉर्मूला 1 जैसे खेलों में भारी निवेश कर चुका है।
SA Cricket League का प्रस्तावित बजट 8000 करोड़ रुपये बुनियादी ढांचे, खिलाड़ियों के वेतन और अन्य परिचालन खर्चों को कवर करेगा। अगर यह लीग साकार होती है, तो यह दुनिया की सबसे अमीर क्रिकेट लीगों में से एक बन सकती है। हालांकि, इस योजना की प्रगति अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से अनुमोदन पर निर्भर करती है, जिसकी वर्तमान अध्यक्षता भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह के पास है। सऊदी अरब के लिए यह सबसे बड़ी चुनौती होगी कि वह ICC के नियमों और बीसीसीआई की नीतियों से कैसे निपटे, क्योंकि भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी T20 लीग में भाग लेने से रोका गया है।
भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत कूटनीतिक रिश्तों को देखते हुए सऊदी अरब उम्मीद करता है कि बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों को इस लीग में खेलने की अनुमति देगा। यदि ऐसा होता है, तो यह लीग न केवल वैश्विक स्तर पर एक नया चेहरा ला सकती है, बल्कि भारत को भी महत्वपूर्ण राजस्व प्राप्त हो सकता है। हालांकि, सऊदी अरब के लिए एक और चुनौती यह होगी कि वह ICC के नियमों को ध्यान में रखते हुए विदेशी खिलाड़ियों को अपनी टीमों में आकर्षित कर सके। ICC ने हाल ही में नियमों में बदलाव किए हैं, जिसके तहत फ्रेंचाइजी लीग में विदेशी खिलाड़ियों की संख्या को प्रति टीम चार तक सीमित कर दिया गया है।
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SA Cricket League ने पहले ही क्रिकेट की दुनिया में कदम रखना शुरू कर दिया है। 2025 के आईपीएल मेगा नीलामी का आयोजन नवंबर 2024 में जेद्दा में किया गया था, जो किंगडम की क्रिकेट में महत्वाकांक्षाओं का स्पष्ट संकेत है। हालांकि, सऊदी अरब क्रिकेट महासंघ (SACF) के अध्यक्ष प्रिंस सऊद बिन मिशाल अल सऊद ने इस बारे में अफवाहों का खंडन किया है और कहा है कि योजना अभी विचाराधीन है। इसके अलावा, सऊदी अरब में क्रिकेट के लिए बुनियादी ढांचा विकसित करना भी एक चुनौती है, क्योंकि देश में क्रिकेट की परंपरा और सुविधाओं की कमी है, जो यूएई जैसे देशों में है।
SA Cricket League का यह प्रयास वैश्विक क्रिकेट में एक नया आयाम जोड़ सकता है, लेकिन इस योजना को वास्तविकता में बदलने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना होगा, जिसमें ICC की मंजूरी, बीसीसीआई की नीति, और बुनियादी ढांचे के निर्माण की जरूरत शामिल हैं।