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Home Uttar Pradesh Pratapgarh बच्चों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं, CM योगी ने दिखाई सख्ती

बच्चों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं, CM योगी ने दिखाई सख्ती

CM Yogi : प्रतापगढ़ जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एआरटीओ ने एक स्कूल बस को, जिसमें बच्चे भी मौजूद थे, RTO ऑफिस ले जाकर बंद कर दिया। बच्चों को बस में ही बंद रखा गया, जिससे वे काफी परेशान हो गए। स्थानीय लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया, जो बाद में वायरल हो गया। वीडियो के वायरल होने के बाद ही बच्चों को उनके घर तक पहुंचाने का इंतजाम किया गया।

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इस घटना की जानकारी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंची, तो उन्होंने इस पर कड़ा संज्ञान लिया। सीएम योगी ने घटना की पूरी जांच के आदेश दिए और एआरटीओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री का सख्त आदेश

सीएम योगी ने परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह को घटना की पूरी जानकारी मंगवाने का निर्देश दिया। साथ ही, उन्होंने एआरटीओ दिलीप कुमार गुप्ता के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश भी जारी किए।

चित्रकूट में पहले भी ऐसी ही एक घटना सामने आई थी, जहां बच्चों से भरी स्कूल बस को सीज कर दिया गया था। इस पर भी मुख्यमंत्री योगी ने नाराजगी जाहिर की थी और स्पष्ट आदेश दिए थे कि बच्चों के वाहन पर तब तक कोई कार्रवाई न की जाए, जब तक कि बच्चे सुरक्षित अपने घर न पहुंच जाएं।

प्रतापगढ़ की घटना का विवरण

प्रतापगढ़ के लोहंगपुर से एक निजी स्कूल की बस, जिसमें बच्चे सवार थे, के कागजात अधूरे थे। इस पर एआरटीओ दिलीप गुप्ता ने बस को पकड़कर RTO ऑफिस ले जाने का फैसला किया। बस में बच्चों को देखकर लोग हैरान रह गए, और कुछ ने इस घटना का वीडियो बना लिया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगों में आक्रोश फैल गया।

घटना के बढ़ते हंगामे को देखते हुए एआरटीओ ने स्कूल प्रबंधन को बुलाया और बच्चों को सुरक्षित घर भिजवाया। इसके बाद, बस को सीज कर दिया गया।

जांच और कार्रवाई के आदेश

इस मामले की जांच के बाद, परिवहन आयुक्त ने पाया कि एआरटीओ का यह कार्य अत्यधिक संवेदनहीन था। उन्होंने कहा कि एआरटीओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी और आगे की कार्रवाई शासन स्तर पर होगी। परिवहन विभाग ने फिर से सभी RTO अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बच्चों के वाहन पर कोई कार्रवाई तब तक न की जाए, जब तक बच्चे सुरक्षित न हो जाएं।

डीएम का हस्तक्षेप

इस घटना के वायरल होने के बाद, डीएम संजीव रंजन ने एआरटीओ से पूरी रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि अगर जांच में कुछ गलत पाया गया, तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह को पत्र लिखकर एआरटीओ की शिकायत की है, जिसमें एआरटीओ पर धन उगाही और अभद्र भाषा का आरोप लगाया गया है।

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