SP MLA Indrajit Saroj: समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक इंद्रजीत सरोज एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उन्होंने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर भारत में देवी-देवताओं में ताकत होती, तो लुटेरे जैसे मोहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनवी और मोहम्मद गौरी देश में न आ पाते। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भगवान के पास शक्तियां होतीं, तो वे इन लुटेरों को रोकने के लिए श्राप दे सकते थे, ताकि मुसलमान भस्म हो जाते। उनका यह बयान देवी-देवताओं की शक्तियों पर सवाल उठाता है, और यह विवाद का कारण बन सकता है।
यूपी के कौशांबी जिले में सपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज ने विवादित बयान दिया है, उन्होंने कहा कि अगर भारत के मंदिरों में ताकत होती तो मोहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनवी और मोहम्मद गौरी जैसे लुटेरे देश में नही आते, रामचरितमानस के रचयिता तुलसीदास पर भी विवादस्पद टिप्पणी की है! pic.twitter.com/lpd3oLHU9L
— Ds Yadav (@dsnetwork18) April 14, 2025
इंद्रजीत सरोज ने पहले भी कई विवादित बयान दिए हैं। एक बार उन्होंने यह कहा था कि यदि मंदिरों में शक्ति होती, तो विदेशी आक्रमणकारी भारत में नहीं आ पाते। वे यह भी कहते हैं कि वर्तमान में भगवान सत्ता के मंदिर में विराजमान हैं, न कि किसी मंदिर में। इस टिप्पणी ने समाज में एक नई बहस को जन्म दिया है।
"If temples of India had powers, then Muhammad-bin-Qasim, Mahmud Ghaznavi, Muhammad Ghori would not have come & looted this country.
This means temples had no powers."- MLA Indrajeet SarojNo need to say this यदमुल्ला is from Hindu-Hater Samajwadi Party.
Few words for him pls. pic.twitter.com/aepyOD4sJk
— BhikuMhatre (@MumbaichaDon) April 15, 2025
इस बार, SP MLA ने आंबेडकर जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में समाजवादी पार्टी के कार्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान अपना बयान दिया। सरोज ने अपने बयान में आंबेडकर को भगवान बताया और कहा कि उन्होंने ही समाज में बराबरी की बातें की। उन्होंने यह भी कहा कि राम का नारा लगाने से कुछ नहीं होगा, बल्कि जय भीम का नारा लगाने से समाज में बदलाव आएगा। वे खुद को जय भीम का सच्चा अनुयायी बताते हुए कहते हैं कि इसी नारे के कारण वे पांच बार विधायक बने हैं।
SP MLA सरोज ने रामचरित मानस के रचनाकार तुलसीदास के बारे में भी विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि तुलसीदास ने अपनी रचनाओं में नीच जाति के लोगों को लेकर नकारात्मक विचार व्यक्त किए थे और उन्हें सांप के दूध पीने जैसा बताया था। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि तुलसीदास ने मुसलमानों के खिलाफ कुछ नहीं लिखा, क्योंकि उस समय उन्हें हिम्मत नहीं पड़ी थी।
SP MLA इंद्रजीत सरोज के इन बयानों के बाद राजनीतिक हलकों में गहमा-गहमी बढ़ गई है। उनका यह बयान समाज में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं उत्पन्न कर सकता है, और सपा के भीतर भी इस पर विचार-विमर्श हो सकता है।