Syria violence: सीरिया में बीते दो दिनों में हुई हिंसा ने भयावह रूप ले लिया है। सीरियाई मानवाधिकार वेधशाला (एसओएचआर) की रिपोर्ट के अनुसार, इस संघर्ष में 1,000 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें 745 नागरिक शामिल हैं। हिंसा में महिलाओं और बच्चों को भी निशाना बनाया गया, जहां कुछ महिलाओं को नग्न होकर सड़कों पर चलने के लिए मजबूर किया गया, जबकि बच्चों तक को अपने ही परिवार पर गोली चलाने को कहा गया।
लताकिया और टार्टस में भीषण संघर्ष
गुरुवार को लताकिया प्रांत के जाबलेह में असद समर्थकों और नए प्रशासन के सुरक्षा बलों के बीच भयानक झड़पें हुईं। सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया गया, जिससे पूरे क्षेत्र में हिंसा फैल गई। रिपोर्ट के अनुसार, इस संघर्ष में 125 सुरक्षा बल और 148 असद समर्थक भी मारे गए।
लताकिया और टार्टस में 45 अलावी नागरिकों को सरकार समर्थक लड़ाकों ने मार डाला। कुछ चश्मदीदों ने बताया कि कई नागरिकों को उनके घरों से जबरन निकालकर गोली मार दी गई, जबकि उनके घरों को लूटा और जला दिया गया। हालात काबू में करने के लिए Syria सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है।
महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा
इस दौरान महिलाओं के साथ क्रूरतम व्यवहार किया गया। रिपोर्टों के मुताबिक, उन्हें जबरन नग्न किया गया और सड़कों पर परेड करवाई गई। स्काई न्यूज ने बताया कि एक किशोर लड़के को अपने परिवार पर गोली चलाने के लिए मजबूर किया गया।
बनियास के एक निवासी ने कहा कि हमलावरों ने निर्दोष नागरिकों को लाइन में खड़ा करके गोली मार दी। एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि सशस्त्र समूहों ने उनके परिवार के सदस्यों की हत्या कर दी और कुछ विदेशी लड़ाके भी इसमें शामिल थे।
अलावाइट समुदाय पर हमले, बदले की कार्रवाई शुरू
अलावाइट समुदाय, जो बशर अल-असद का मुख्य समर्थन आधार रहा है, विशेष रूप से निशाने पर है। सुन्नी बंदूकधारियों ने इन पर हमले शुरू कर दिए हैं, जिससे सीरिया में एक और बड़े संघर्ष की आशंका बढ़ गई है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस बढ़ती Syria हिंसा पर चिंता जताई है। ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली ने इसे मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन बताया है और हिंसा रोकने की अपील की है। लेकिन सीरिया में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और देश एक और गृहयुद्ध की कगार पर खड़ा है।